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⇛ MURLI SUMMARY ⇚
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❍ ज्ञान के मुख्य बिंदु ❍
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➢➢ *तुम बच्चे सारी
दुनिया के सच्चे सोशल वर्कर हो ।* वह हद के सोशल वर्कर हद की सेवा करते हैं *यह
बाप तो सारी दुनिया का सोशल वर्कर है ।*
➢➢ *सारी पतित दुनिया को पावन बनाना यह बाप के ऊपर है । बाप को ही बुलाते हैं
।*
➢➢ *बाप का सबसे बड़ा बच्चा ( ब्रह्मा बाबा ) । सबसे आगे चल रहा है इसके पास
सब प्रकार के तूफान आदि आते हैं महावीर हनुमान इनको ही कहेंगे ।* आगे रुसतम होने
के कारण माया भी रुस्तम हो पहले इनसे ही लड़ेगी ।
➢➢ *इस समय सारी दुनिया का मुंह काला हो गया है उनको बाबा आकर गोरा बनाते हैं
बाबा भारत का मुंह फेर देते हैं कांटों के जंगल को फूलों का बगीचा बनाते हैं*
➢➢ *स्वर्ग के बगीचे में भारत ही होता है वहां यह पता नहीं रहता कि हमारे पीछे
और कौन-कौन आने वाले हैं समझते हैं बस हम ही विश्व के मालिक हैं सतयुग को कहा
जाता है गार्डन ऑफ अल्लाह । फिर जंगल कोई गॉड नहीं बनाते वह तो रावण बनाते हैं
। रावण पुराना दुश्मन है जिसको कोई नहीं जानते हैं ।*
➢➢ *बाप को नहीं भूलेंगे तो वर्से को भी नहीं भूलेंगे। इस समय तो बाबा हाजिर
नाजिर है। कहते भी हैं हाजिराहजूर...वह भी गुप्त है। ऐसे नहीं कहेंगे कि हम उनको
देखते हैं। आत्मा गुप्त तो बाप भी गुप्त।*
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❍ योग के मुख्य बिंदु ❍
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➢➢ बाबा स्वीट होम
से हम बच्चों को पढ़ाने आते हैं, फिर चले जाते हैं । कहते हैं *मुझे याद करो तो
खाद निकलेगी* जब सच्चा सोना बन जाएंगे तब पास विद आनर होंगे ।
➢➢ अमृतवेले उठकर विचार सागर मंथन करना है जरूर । दिन में भल काम करो परन्तु *अमृतवेले
4 बजे से 5 बजे तक बैठकर याद करो तो बहुत सुख फील होगा ।*
➢➢ इस ईश्वरीय बचपन को नहीं भूलना । *ऐसे बाप को घड़ी-घड़ी याद करना चाहिए । याद
से तुम कंचन बनते हो ।*
➢➢ सृष्टि चक्र का ज्ञान भी बड़ा सहज है । *यह है पाप आत्माओं की दुनिया, तुमको
पुण्य की दुनिया में जाना है । शिवबाबा को याद करो ।*
➢➢ *सिर्फ बाबा और वर्से को याद करना है ।* फिर भी तुम भूल जाते हो ।
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❍ धारणा के मुख्य बिंदु ❍
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➢➢
*बाबा को समाचार देना चाहिए, बाबा हम जीते है, खुश है । औरो को भी परिचय देते
रहते है।*
➢➢ *बाबा कहते है सवेरे और रात को एक घण्टा रेग्युलर पढ़ो ।* सवेरे का समय तो
सबको मिलता है।
➢➢ *ऐसे बाप को रोज चिठ्ठी लिखनी चाहिए ।* बाप भी रोज खजाना देते है । रोज
पढ़ाते भी है, प्यार भी देते है । बाप, टीचर, सतगुरु तीनों ही है ।
➢➢ हमको पुरूषार्थ करके ऊंच पद पाना है । *मम्मा-बाबा को फालो करना है इस समय
श्रीमत मिलती है । तो मात-पिता को फालो करना पड़े ।*
➢➢ कहते है *गृहस्थ हो चाहे बैचलर ( कुमार ) हो सिर्फ श्रीमत पर चलने का
पुरूषार्थ करो* ऐसे बाप को कभी भूल ना जाओ ।
➢➢ बाप कहते हैं मैं तुमको स्वर्गवासी बनाता हूँ। स्वीट वर्ल्ड में ले जाए फिर
तुमको स्वीट बादशाही में भेज देंगे। *ऐसे बाप से तो रात दिन पढ़कर पूरा वर्सा
लेना चाहिए।* वास्तव में रात दिन कोई पढ़ाया नहीं जाता है।
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❍ सेवा के मुख्य बिंदु ❍
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➢➢ बाबा सुनाते है
- हम गीता भी पढ़ते थे । नारायण का भी पूजन करते थे गद्दी पर भी नारायण का चित्र
रखते थे ( हिस्ट्री सुनाना ) लक्ष्मी को कैसे मुक्त कर दिया । दुनिया वालों से
बड़ा युक्ति से चलना पड़ता है । *तुम भी गुप्त रीति बाबा का परिचय देते रहो कि
बाप और वर्से को याद करो ।*
➢➢ इसलिए *बाप कहते है एक दो को याद दिलाते रहो - बाबा को पत्र तो लिखो । हर
बात में एक दो को सावधान करो ।* माया बड़ी तीखी है । घूसा मार देती है ।
➢➢ *दुनिया को तो यह मालूम ही नहीं कि भारत स्वर्ग था भारत का कितना मान है यहां
ही शिव बाबा आते हैं। शिव को बाबा कहते हैं फिर है ब्रह्मा बाबा, विष्णु को बाबा
नहीं कहेंगे।*
➢➢ *मनुष्य तो कहते हैं हे पतित पावन आओ हम पतित है आकर पावन बनाओ परंतु यह नहीं
जानते कि वह पतित से पावन कैसे बनायेगे । कहां ले जाएंगे ?* बस तोते के माफिक
बोलते हैं बगैर अर्थ कुछ भी नहीं जानते । *अरे गॉड फादर कहते हो फादर माना
प्रॉपर्टी और किसको फादर नहीं कह सकते विष्णु और शंकर को भी फादर नहीं कह सकते,
तो और किसी को कैसे कहेंगे।*
➢➢ *अब मनुष्य चाहते हैं शान्ति। यह सारी दुनिया का क्वेश्चन है। उसकी जवाबदारी
बाप के ऊपर है। जब भारत नर्क हो जाता है तो उसको स्वर्ग बनाने बाप ही आते हैं।*
नर्क फिर कौन बनाते, कब बनाते हैं? यह कोई नहीं जानते हैं।
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