07-12-15
बाबा पोएम
माया के आँधी तूफान आते हैं दिन
रात
विकार करते जा रहे विघ्नों की बरसात
कैसे बचें माया से हमें कोई राह ना सूझे
सुख पाने की युक्ति किससे जाकर बूझें
शक्तिहीन होते हैं तो मन होता है उदास
देहभान वश हो जाते माया के हम दास
चले जाएं वहां जहाँ ना हो कोई भी गम
दुखी नहीं हो कोई सब खुश रहे हरदम
ऐसे नाजुक वक्त पर अपने बाबा आते हैं
मायाजीत बनने की युक्ति हमें बताते हैं
मुख से बाबा कहते जाओ तुम हर पल
माया के विघ्नों से बचकर जाओ निकल
टिक जाओ अपने आत्मिक स्वरूप में
नहीं जलोगे फिर तुम विकारों की धुप में
तेरे मन की सुनी बगिया खिल जाएगी
सुखधाम की मंजिल तुझे मिल जाएगी
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!