06-07-15 मुरली कविता


तुम हो रूहानी सेवाधारी,डबल अहिंसक
श्रीमत पर तुम्हेँ अपनी दैव्य राजधानी करनी स्थापित
रूहानी सेवाधारी बच्चे चेतावनी देते,पुरानी दुनिया  को                              
नयी दुनिया  स्थापित होगी ..जब विनाश हो
विनाश से पहले सबको बाप से लेना वर्सा
श्रीमत पर तन- मन-धन से भारत को बनाना स्वर्ग
बाप का फरमान है..हियर नो ईविल...टॉक नो ईविल            
कंबाइंड रूप की स्मृति स्वतः निरंतर योगी बनाती
अभूल बच्चों को माया हिला नही सकती
निरन्तर योगी की निशानी..स्वतः याद
कारण को निवारण में बदलो
तो दुआओ के अधिकारी बन जाओगे

ॐ शांति!!!

मेरा बाबा!!!