27-11-15 मुरली कविता
सदैव रहे याद हमेँ चढ़े रहना फाँसी
याद की यात्रा से आत्मा सच्चा सोना बनेगी
बाप की श्रीमत है..आत्मा भाई-भाई की रखो दृष्टि
तीसरे नेत्र के बल से क्रिमिनल आई समाप्त करनी
वाह तकदीर वाह! याद की रहे सदा मस्ती
याद की यात्रा से एकांत में बैठ आत्मा की जंक उतारनी
आंतरिक ख़ुशी में रहना,ईर्ष्या नही करनी
फॉलो फादर का पहला और लास्ट पाठ ही लाता बाप के समीप
इससे एकरस ,अभुल् और बनेंगे तीव्र पुरुषार्थी
फॉलो करने से समय और शक्ति बचेगी,तो करनी जमा
सच्चाई और सफाई की धारणा से बनता सरल स्वाभाव
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!