07-08-15 मुरली कविता


ज्ञान सागर आया करने ज्ञान की वर्षा
इस धरती को सब्ज बना.. देवी संप्रदाय की करने स्थापना
सर्वोत्तम ब्राह्मण का कर्तव्य..सदा ऊँची रूहानी सेवा करना
श्रीमत पर भारत और विश्व को पावन बनाना
झूठखण्ड से सचखण्ड में जाने लायक बनाना
एक बाप की ही मत पर चलना
कुसंग छोड़ सत् बाप का ही संग रखना
सच्चे -सेवाधारी का हर बोल बाप की स्मृति दिलाता
वो आत्मा का कनेक्शन स्वयं से नही.. सत्य बाप से जुटाता
अर्ज़ी डालने वाले के बजाये राज़ी रहने वाला बनना


ॐ शांति!!!
मेरा बाबा!!!