11-09-15 मुरली कविता


पुण्य -आत्मा बनने के लिए अच्छे कर्म करो
आलराउंडर सेवाधारी बनो, दैवी-गुण धारण करो
मैं आत्मा हूँ, यह अभ्यास पक्का करो
क्रिमिनल आई को सिविल बनाओ
आत्मिक दृष्टि से देखो
कोई पाप कर्म नही करो
हर कर्म बाप की याद में हो
मेरापन है तो भय आयेगा
'सोना हिरण 'मेरा है तो भी भय होगा
मेरा तो एक शिवबाबा है-तो निर्भय बनोगे
मेरे-मेरे को सूक्ष्म में भी करो त्याग
दूसरों के विचारों को दो सम्मान
तो सम्मान स्वतः होगा प्राप्त

ॐ शांति!!!
मेरा बाबा!!!