06-12-15
बाबा पोएम
अपना मीठा बाबा हमें घर की राह
बताने आया
आत्म अभिमानी बनो ये सबको समझाने आया
चलो अपने घर की और भूलकर अपने तन को
समझो खुद को आत्मा बाबा में लगाओ मन को
तन को जब कोई त्यागे तो बंद कर दो तुम रोना
विनाशी है तन अपना इसको तो इक दिन खोना
आत्म भान को अपनाकर मोहजीत बन जाओ
सूर्यवंशी देवता बनने की मन में लगन लगाओ
अपने घर का रस्ता पकड़ो आत्म निश्चय होकर
पावन तुम बनते जाओ बाबा की याद में खोकर
विकर्म करके नहीं डुबाओ अपने भाग्य की नैया
श्रीमत की पतवार थामकर बनो नैया के खिवैया
शुद्ध संकल्पों द्वारा भाग्य भवन बनाओ अपना
पावन बनकर पूरा करो बाबा ने देखा जो सपना
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!