16-12-15 बाबा पोएम


खुद को हम सुधारेंगे लेकर पक्का नेक इरादा
सम्पूर्ण पवित्र बनने का निभाएंगे बाबा से वादा
नहीं बनेंगे किसी की राहों में रुकावट का रोड़ा
सहन कर लेंगे हर इक दर्द ज्यादा हो या थोड़ा
मिटने वाली दुनिया को हम इस कदर भुला देंगे
अपने जिन्दा होने के एहसास को पिघला देंगे
विनाशी तन में रहकर सिर्फ ईश्वरीय सेवा करेंगे
आने वाले विघ्नों से हम बिलकुल भी नहीं डरेंगे
हर रोज ईश्वरीय याद का हम चार्ट बढ़ाते जाएंगे
पवित्रता की ऊंचाई पर खुद को चढ़ाते जाएंगे
फिसलन भरे पथ पर चलेंगे पूरा सम्भलकर
आकर्षण में ना आएंगे वैराग्य भावना रखकर
मिल रहा हमें जब सतयुगी दुनिया का उपहार
फिर क्यूँ करें हम इस कलयुगी दुनिया से प्यार

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!