अभी बाप पढ़ाने आया, फिर
ले जायेंगे
याद की मेहनत करो तो पावन बन जायेंगे
सबकों पैगाम देना घर चलना,तो बनो पावन
बाप को शो कर अपना पूरा करना कर्तव्य
रूठ कर पढ़ाई नही छोड़ना
मूंझना कभी नही,संगदोष से सम्भाल करना
प्रीत बुद्धि बन अव्यभिचारी याद में रहना
तन-मन-धन से बाप का मददगार बनना
मुरली के राज़ का साज़ बजाना
कारण को निवारण में मुरली से बदलना
कारण खत्म तो माया भी खत्म
अनुभवी के चेहरे पर रहती सदा खुशनसीबी की झलक
ॐ शांति !!!
मेरा बाबा !!!