20-12-15 बाबा पोएम


ज्ञान योग से खिल जाएंगे बनकर गुण फुलवारी
इस धरा को स्वर्ग बनाने की जिम्मेदारी है हमारी
अवगुण रूपी कोई भी कांटा मन में ना रह जाए
कोई व्यर्थ संकल्प कभी सपने में भी ना सताए
सनंत कुमार जैसा मन शुद्ध और पावन हो जाए
हमारी पवित्र चलन हर एक के मन को लुभाए
प्रेरणा सबको देंगे हम बदलकर खुद के संस्कार
शुद्ध मन से करेंगे हम सबका आत्मिक सत्कार
नजरें हमारी होगी सबके प्रति समान और शुद्ध
कोई भी नहीं रहेगा तब ईश्वरीय ज्ञान के विरुद्ध
देकर सम्मान सबको सम्मान हम सबसे पाएंगे
इसी एक विधि से हम दुनिया को स्वर्ग बनाएंगे
हर आत्मा के सोए हुए दैवी संस्कार जगा देंगे
गली गली में घर घर को दैवी बगीचा बना देंगे

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!