17-11-15 मुरली कविता
बाप की याद से सतोप्रधान बनो
दुःख सहन करने में टाइम वेस्ट नही करो
21 जन्मों की लाटरी लेनी तो मोहजीत बनो
बाप पर पूरा -पूरा कुर्बान जाओ
सुदामा मिसल चावल मुठ्ठी सफल कर बादशाही लो
अपना रजिस्टर आसुरी एक्ट से नही करो खराब
कौडियों पिछड़ी अपना अमूल्य समय नही करना बर्बाद
पावन बनने का करना पुरुषार्थ
तपस्वीमूर्त बन शांति,शक्ति की किरणों की कराओ अनुभूति
उसके लिए ज़मा का खाता बढ़ाओ,मास्टर विधाता बन खजाने देते जाओ
निर्माण बन सबकों मान देते रहना ही सच्चा परोपकारी बनना
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!