18-02-16
मुरली कविता
बाप आया सबकों रावण की कब्र से
निकालने
कयामत का है समय...बाप आया ले जाने
बाप की डायरेक्शन है..अमृत पियो ,विकार रूपी विष छोड़ो
पावन बन फिर पावन बनाने की करनी सेवा
बाप की याद में रहना,उनका मददगार बनना
भक्तपन के भिखारी संस्कारों को देना त्याग
दुःख-हर्ता,सुख-कर्ता के बच्चे सबकों देते सुख
वरदाता बन हर आत्मा को दान देते जाना
जो हर आत्मा को प्राप्ति कराये वो वचन होते..सत वचन
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!