04-01-16 बाबा पोएम


बढ़ने लगा है संगम युग अंतिम चरणों की ओर
पांचों विकार मचाने लगे कितना भयंकर शोर
63 जन्मों से बने हुए हैं संस्कार बड़े ही कठोर
ज्ञान हथौड़े चलाओ इन पर लगाकर पूरा जोर
रखो नजर अपनी मंजिल पर देखो अपना छोर
आएगी अचानक यहाँ पर स्वर्णिम युग की भोर
शिव बाबा की श्रेष्ठ मत पर करना है पूरा गोर
वरना कभी नहीं मिलेगा पुरे कल्प में कोई ठौर
बचकर रहना इस माया से ये बहुत बड़ी है चोर
हमारी अक्ल चुराकर पाप करवाती हमसे घोर
बांधकर रखो बाबा से अपने मन बुद्धि की डोर
मिट जाएंगे दुःख सारे नाचेगा खुशियों का मोर

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!