05-01-16 बाबा पोएम


घोट घोटकर बन जाओ तुम आत्म अभिमानी
समझाता है शिव बाबा ब्रह्मा बाप की जुबानी
याद का चार्ट बढ़ाकर बने रहो तुम समझदार
सबके संग करते रहो ज्ञान गुणों का व्यापार
बेहद के विश्व नाटक की जानो ये नियमावली
हर आत्मा अपने समय पर पार्ट बजाने वाली
कोई आत्मा नहीं रह सकती पार्ट बजाए बिना
घर में बैठ नहीं सकती साकार में आए बिना
बनकर पुरे ही बेसमझ आए हो बाबा के पास
पूरी दुनिया में तुम बच्चे ही हो बाबा के ख़ास
विकारों के कारण फैली है सारे जग में उदासी
सबको ये बताओ तुम हो ब्रह्मलोक के वासी
पावन बन जाओ तुम पतितपने को त्यागकर
याद करो बाबा को आधी रात को जागकर
मुझको घर जाना है ये लगन लगाओ दिल में
मदद करो उनकी तुम जो कोई है मुश्किल में
सबके मन में ज्ञान की ज्योति जगाते जाओ
करके बेहद सेवा अपना भाग्य बनाते जाओ

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!