04-03-16
मुरली कविता
शिव-बाबा है फर्स्ट क्लास
ब्लॉटिंग पेपर
याद करो उनको तो पाप हो खत्म
देह-अभिमान का है बड़ा कड़ा दाग़
देही-अभिमानी की मेहनत से मिटता दाग़
देहधारी की याद है नाम रूप में फंसना
कभी किसी के दिल को नही दुखाना
मीठी अवस्था बना करना कल्याण
रहमदिल ,वरदाता बन,आत्माओं को देना होंसला
शुभभावना का देना एक्स्ट्रा बल
हर संकल्प,हर कर्म बाप को करना कुर्बान
सत्य-स्वरुप की स्मृति से आती सत्यता की शक्ति
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!