12-07-16 मुरली कविता


बाप की याद में रह बनानी हीरे जैसी जीवन
मनमनाभव के मन्त्र से नई दूनिया में पाना उंच पद
बाप पर पूरा -पूरा होना बलिहार
ट्रस्टी और विकर्माजीत बनना
रूहानी फूल बनना,अंदर के कांटे देने निकाल
अलौकिक जीवन में परिस्थितियों को खिलौना समझ
अलौकिक खेल खेलना
सर्व संकल्प आदि बाप को कर दो बलिहार
तो माया नही कर सकेगी कोई वार
कोई भी संसार -समाचार सुनना और सुनाना
यह भी है किचडा करना ज़मा

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!