12-02-16 मुरली कविता


बाप आया रावण राज्यसे लिबरेट कर देने सद्गति
तुम नर्कवासियों को बनाने स्वर्गवासी
बाप दिलाते स्मृति ..भारत था स्वर्ग
शिव द्वारा स्थापित किया शिवालय था
वहाँ पवित्रता थी,तुम थे विश्व के मालिक
ऐसे बाप को सदा याद करना
रूहानी ज्ञान जो सुनाते बाप सबकों सुनना
आत्मभिमानी बनने की करनी मेहनत
दूसरें के नशे को निशाना नही बनाना
"अपनी घोट तो चढ़े नशा"
बाप के गुणों और कर्तव्य को बनाना निशाना
मास्टर मर्यादापुरषोत्तम.. दैवी मर्यादा नही तोड़ते
अधर्म का विनाश कर सतधर्म स्थापित करते
समय बचाना तो नॉलेजफुल बन
व्यर्थ के प्रश्नों को करो स्वाहा

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!