04-07-16
मुरली कविता
सारी दुनिया को देना शान्ति
है एक बाप का ही काम
इसलिए कहते है शांति देवा
तो प्राइज भी उनको ही देना
जैसा बाप है प्यारा.....
वैसा हमें भी बनना प्यारा
बाप समान बन बाप को करना फॉलो पूरा-पूरा
बाप से लेना वर्सा तो "मैं आत्मा भाई-भाई हूँ"..
यह बात करना पक्का
नॉलेजफुल बन पाना सफलता
नॉलेजफुल अर्थात हर संकल्प,हर शब्द और हर कर्म में रहना ज्ञान
स्वरुप
न्यारे बन कर्मेन्द्रियों से कर्म कराओ
तो कर्मातीत स्थिति का सहज होगा अनुभव
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!