30-06-16 मुरली कविता


सूर्यवंशी राज्य-पद पाना तो सब कुछ करना स्वाहा
तभी मिलेगा एयरकंडिशन टिकट
बेहद के बाप से मिलता तुम्हें बेहद का वरसा
इसलिए तुम हो आत्मा खुशनसीब
दुनिया वाले तो उन्हें जानते भी नही
और हमें होती उनसे बेहद की प्राप्ति
श्रीमत की अवज्ञा नही करनी
एम ऑब्जेक्ट बुद्धि में रख करना पुरुषार्थ
साक्षी हो देखना हरेक का पार्ट
सदा रखना बाप का संग
तो माया से नही होंगे तंग
कर्मयोगी वह जो कल्प वृक्ष की डाली पर बैठ
कर्म करते भी उसकी स्थिति रहे उपराम

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!