10-02-16 बाबा पोएम


छोड़कर पराया देश हमें अपने घर चलना है
श्रीमत पर स्वच्छ होकर पूरा हमें बदलना है
कितने सारे पाप हमने इन 63 जन्मों में किए
विकारों रूपी जहर के प्याले हमने खूब पिए
आया है संगम पर बाबा ज्ञानामृत हमें पिलाने
पतित विकारी जीवन को पूरा पावन बनाने
मिटेंगे दुख सारे अगर हम पावन बन जाएंगे
सजाओं से बचकर शान से अपने घर जाएंगे
तो आओ छोड़ें हम विकारों का जहर पीना
खाओ कसम रोज सिर्फ ज्ञानामृत हमें पीना

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!