मुरली कविता दिनांक 20.04.2018


बाप कृपा करते हम पर ईश्वरीय पढ़ाई पढ़ाकर

देवी देवता बनते हम अपनी तकदीर जगाकर

भारत को स्वर्ग बनाने में बनो बाप के मददगार

पवित्र बनाओ भारत को जगाकर शुद्ध संस्कार

सन्यासियों की भी महिमा बाबा दिल से सुनाते

अपनी पवित्रता के बल से वो भारत को थमाते

जैसे गांधी की मत पर फॉरेन का राज्य भगाया

रावण राज्य मिटाने का समय बच्चों अब आया

गुप्त सैना बनकर बच्चों रावण राज्य मिटाओ

सम्पूर्ण पावन बनकर स्वर्ग का स्वामित्व पाओ

तन मन धन से सदा रूहानी सेवा करते जाओ

रावण पर जीत पाकर भारत को स्वर्ग बनाओ

पवित्रता की प्रतिज्ञा कर सुख अपार तुम पाओ

और संग तोड़ केवल बाप की याद में समाओ

भोजन के रूप में करो ज्ञान के मोती स्वीकार

होलीहंस पवित्र बनकर जगाओ शुद्ध संस्कार

शुद्ध संकल्पों के भोजन से तंदुरुस्ती बढ़ाओ

माया के सर्व प्रभावों से तुम मुक्ति पाते जाओ

अपनी मनसा में तुम शांति का कुण्ड बनाओ

शांति को प्रत्यक्ष कर शांत स्वरूप कहलाओ

ॐ शांति