मुरली कविता दिनांक 06.06.2018
ईश्वरीय पढ़ाई सोई हुई तक़दीर जगायेगी
21 जन्म के लिए भरपूर कमाई करायेगी
रूहानी कॉलेज की है खास एक ही बात
बाप टीचर सतगुरु से होती यहां मुलाकात
रूहानी कॉलेज में कोई मानव नहीं पढ़ाता
परमपिता शिव खुद आकर यहां पढ़ाता
बच्चों की तकदीर बाप ही आकर बनाते
सुख शांति का वर्सा बच्चे बाप से ही पाते
ज्वाला स्वरूप याद ही ब्राह्मण हमें बनाती
ब्राह्मण बनाकर फरिश्ता से देवता बनाती
जब चाहो शीतल बनो जब चाहो ज्वाला
यही अभ्यास हमें शक्तिशाली बनाने वाला
ॐ शांति