29-01-14       प्रातः मुरली       ओम् शान्ति   “बापदादा”     मधुबन


मीठे बच्चे बाप का बनकर बाप का नाम बाला करो, नाम बाला होगा सम्पूर्ण पवित्र बनने से, तुम्हें सम्पूर्ण मीठा भी बनना है |   


प्रश्न:-   
संगमयुग पर तुम बच्चों को कौन-सी एक फ़िक्र है जो सतयुग में नहीं होगी?


उत्तर:-
संगम पर तुम्हें पावन बनने की ही फ़िक्र है, बाप ने तुम्हें और सब बातों से बेफ़िक्र बना दिया | तुम पुरुषार्थ करते हो कि यह पुराना शरीर ख़ुशी-ख़ुशी से छूटे | तुम जानते हो पुराना वस्त्र उतार नया लेंगे | हरेक बच्चे को अपनी दिल से पूछना है कि हमें कितनी ख़ुशी रहती है, हम बाप को कितना याद करते हैं |

 

ओम् शान्ति |

मीठे-मीठे सिकीलधे बच्चों को रूहानी बाप समझाते हैं | पढ़ाते भी हैं, समझाते भी हैं | पढ़ाते हैं रचता और रचना के आदि, मध्य, अन्त का राज़ और समझाते हैं सर्वगुण सम्पन्न बनो, दैवीगुण धारण करो | याद करते-करते तुम सतोप्रधान बन जायेंगे | तुम जानते हो इस समय यह तमोप्रधान सृष्टि है, सतोप्रधान सृष्टि थी जो अब 5 हज़ार वर्ष में तमोप्रधान बनी है | यह है पुरानी दुनिया | सबके लिए कहेंगे ना | यह नई दुनिया में थे या शान्तिधाम में थे | बाप रूहों को ही बैठ समझाते हैं – हे रूहानी बच्चे, तुम्हें सतोप्रधान ज़रूर बनना है | बाप से वर्सा ज़रूर लेना है | मुझ अपने बाप को याद ज़रूर करना है | लौकिक बच्चे भी याद करते हैं | जितना बड़े होते जाते हद का वर्सा पाने का हक़दार होते जाते हैं | तुम हो बेहद का बाप के बच्चे | बाप से बेहद का वर्सा लेना है | अभी भक्ति आदि करने की दरकार नहीं है | यह तो बच्चे समझ गये हैं – यह यूनिवर्सिटी है | सब मनुष्य मात्र को पढ़ना है | बेहद की बुद्धि धारण करनी है | अभी यह पुरानी दुनिया चेन्ज होनी है | जो अब तमोप्रधान हैं वह सतोप्रधान होंगे | बच्चे जानते हैं इस समय हम बेहद के बाप से बेहद सुख का वर्सा पा रहे हैं | अब हमें एक रूहानी बाप की ही मत पर चलना है | इस रूहानी याद की यात्रा से ही तुम्हारी आत्मा सतोप्रधान होती जाती है फिर सतोप्रधान दुनिया में जाना है | तुम्हारी समझ में आता है कि हम ब्राह्मण हैं | हम बाप के बने हैं | पढ़ाई पढ़ रहे हैं और पढने को ही ज्ञान कहा जाता है | भक्ति अलग है | तुम ब्राह्मणों को बाप ज्ञान सुनाते हैं और कोई को इस ज्ञान का पता नहीं है | वह यह नहीं जानते कि ज्ञान सागर बाप जो टीचर भी है, वह कैसे पढ़ाते हैं | बाबा टॉपिक्स तो बहुत समझाते रहते हैं | नम्बरवन बात है बाप का बनकर बाप का नाम बाला करना | सम्पूर्ण पवित्र बनना | सम्पूर्ण