08 / 12 / 14  की  मुरली  से  चार्ट 

  TOTAL MARKS:- 100 

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शिवभगवानुवाच :-

➳ _ ➳  रोज रात को सोने से पहले बापदादा को पोतामेल सच्ची दिल का दे दिया तो धरमराजपुरी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।

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∫∫ 1 ∫∫ स्वमान का अभ्यास (Marks:-10)

➢➢ मैं सर्व आकर्षण मुक्त आत्मा हूँ ।

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∫∫ 2 ∫∫ गुण / धारणा पर अटेंशन (Marks:-10)

➢➢ एक बाप के लव में लवलीन रहना

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∫∫ 3 ∫∫ बाबा से संबंध का अनुभव(Marks:-10)

➢➢ बाप

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∫∫ 4 ∫∫ होमवर्क (Marks:- 7*5=35)

‖✓‖ °प्रीत बुधी° बन अपनी चलन सुधारने पर विशेष अटेंशन रहा ?

‖✓‖ दिल से °बाप की महिमा° की ?

‖✓‖ अपना सब °समाचार° बाप को दिया ?

‖✓‖ बुधी को °विचार सागर मंथन° में बिजी रखा ?

‖✓‖ °स्वदर्शन चक्रधारी° बनकर रहे ?

‖✓‖ अवस्था °अचल अडोल° रही ?

‖✗‖ °झरमुई झगमुई° में अपना समय तो नहीं गंवाया ?

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अव्यक्त बापदादा (30/11/2014) :-

➳ _ ➳  सारे विश्व से कितने बच्चों ने अपना दिल का सम्बन्ध, दिल का सम्बन्ध शक्ल से दिखाई दे रहा है और बाप यही गीत गा रहे हैं वाह सिकीलधे बच्चे, लाडले बच्चे वाह! इतना समय भी दिल में मिलते रहते हैं, बाप को भी बच्चों के बिना दिल नहीं लगती और बच्चों को भी सदा दिल में बाप याद रहता ही है । आप सबके दिल में कौन याद है? बाबा कहेंगे ना! और बाबा के दिल में कौन? क्या एक-एक बच्चे को बाबा भूल सकता है! चाहे नम्बरवार हैं लेकिन बच्चा तो है ना!

∫∫ 5 ∫∫ विशेष अभ्यास (Marks:-15)

➢➢ सदा दिल में बाप की याद बनी रही ? बाप से दिल का सम्बन्ध शकल से दिखाई दिया ?

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∫∫ 6 ∫∫ ज्ञान मंथन (वरदान) (Marks:-10)

➢➢ एक बाप के लव में लवलीन रह हम सहज ही अपनी मंजिल पर पहुँच जाते हैं ... कैसे ?

 ❉   बाप की मोहब्बत में मेहनत का अनुभव नहीं होता

 ❉   एक बाप के लव से हम सहज ही श्रीमत की धारणा कर लेते हैं

 ❉   बाप के प्यार में कोई भी विघन विघन महसूस नहीं होता बल्कि खेल लगता है और हमें आगे बढाकर चला जाता है

 ❉   जिससे लव होता है उसी के सामान बनने में मेहनत नहीं लगती। स्वतः ही जो आपके प्रियतम को पसंद हो वैसा बनते जाते है।

 ❉   बाप के लव में लवलीन रहने से उमंग उत्साह के पंख लग जाते है, बेफिक्र बादशाह बन उढ़ते रहते है।             

 ❉   बाप के अविनाशी प्यार की छत्रछाया के निचे बच्चो को माया छु भी नहीं सकती है।

 ❉   "सच्चे दिल पे साहेब राजी" बाप उसकी हर मनोकामनाए,इच्छाए स्वतः पूरी करते है,मांगने की दरकार नहीं,"साफ़ दिल तो मुराद हासिल"

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∫∫ 7 ∫∫ ज्ञान मंथन (स्लोगन) (Marks:-10)

➢➢ अपनी खुशनसीब का अनुभव चेहरे और चलन से करवाने के लिए किन धारणाओं का होना अति आवश्यक है ?

 ❉   बेफिकर बादशाह बन ड्रामा पे अटल निश्चय की धारणा से खुशनसीबी का अनुभव चेहरे और चलन से होता है।

 ❉   अपने असली स्वरूप् की याद को बुद्धि में धारण करने से खुशनसीबी चेहरे और चलन से अनुभव होती है।

 ❉   स्वमान में स्थित रहकर हर कर्म में दूसरों को सम्मान देने से खुशनसीबी अनुभव होगी।

 ❉   ट्रस्टी बनकर सर्व सम्बन्ध एक के साथ निभाने की धारणा से खुशनसीबी अनुभव होगी।

 ❉   ब्राह्मण जीवन की 4 मुख्य धारणाये (ब्रह्मचर्य, अन्न, मन और संग) सम्पूर्ण रूप से अपनाने से खुशनसीबी अनुभव होगी।

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_  आप सभी बाबा के प्यारे प्यारे बच्चों से अनुरोध है की रात्रि में सोने से पहले बाबा को आज की मुरली से मिले होमवर्क के हर पॉइंट के मार्क्स ज़रूर दें ।

 

ॐ शांति