27 / 12 / 14  की  मुरली  से  चार्ट   

         TOTAL MARKS:- 100        

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शिवभगवानुवाच :-

➳ _ ➳  रोज रात को सोने से पहले बापदादा को पोतामेल सच्ची दिल का दे दिया तो धरमराजपुरी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।

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∫∫ 1 ∫∫ स्वमान का अभ्यास (Marks:-10)

➢➢ मैं आत्मा मास्टर स्नेह का सागर हूँ ।

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∫∫ 2 ∫∫ गुण / धारणा पर अटेंशन (Marks:-10)

➢➢ पवित्र प्यार की पालना द्वारा सर्व को स्नेह के सूत्र में बांधना

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∫∫ 3 ∫∫ बाबा से संबंध का अनुभव(Marks:-10)

➢➢ टीचर

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∫∫ 4 ∫∫ होमवर्क (Marks:- 7*5=35)

‖✓‖ °पवित्रता° की धारणा पर विशेष अटेंशन रहा ?

‖✓‖ "बेहद का बाप हमें पतित छी-छी से गुलगुल, °कांटो से फूल° बना रहे हैं" - यह स्मृति में रहा ?

‖✓‖ °संकल्प, बोल, समय, गुण और शक्तियों° के खजानों को जमा किया ?

‖✓‖ इस पुरानी दुनिया को °देखते हुए भी न देखने° का अभ्यास किया ?

‖✗‖ °आँखें क्रिमिनल° तो नहीं हुई ?

‖✗‖ अगर कोई भी भूल हुई तो °बाप से छिपाया° तो नहीं ?

‖✗‖ माया के वशीभूत कोई ऐसा °उल्टा कर्म° तो नहीं हुआ जिसकी सजा खानी पड़े ?

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∫∫ 5 ∫∫ विशेष अभ्यास (Marks:-15)

➢➢ बापदादा द्वारा चलाई गयी 25/12/2014 की अव्यक्त वाणी को अच्छे से रीवाइज किया ?

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∫∫ 6 ∫∫ ज्ञान मंथन (वरदान) (Marks:-10)

➢➢ पवित्र प्यार की पलना द्वारा सर्व को स्नेह के सूत्र में कैसे बाँधा जा सकता है?

 ❉   स्नेह एक चुम्बक की तरह काम करता है जो सर्व को स्वतः ही समीप ले आती है ।

 ❉   स्नेह सर्व को स्वतः ही सहयोगी बना देता है ।

 ❉   पवित्र प्यार की पलना मे सदैव देने की भावना रहती है जिससे सभी एक सूत्र में सहज ही बंध जाते हैं ।

 ❉   पवित्र प्यार निस्वार्थ रहता है,सभी को आदर देने से सर्व को स्नेह के सूत्र में बांधा जा सकता है।

 ❉   पवित्र प्यार से स्वयं का व्यवहार सरल व निर्माणचित्त रहेगा।

 ❉   पवित्र प्यार में सबको एक समान समझ सबको साथ ले कर चलते है।

 ❉   पवित्र प्यार में सभी के प्रति शुभ भावना रखते तथा रहमदिल हो रहते है।

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∫∫ 7 ∫∫ ज्ञान मंथन (स्लोगन) (Marks:-10)

➢➢ संकल्प, बोल, समय, गुण और शक्तियों के खज़ाने को जमा करने की सही विधि क्या है ?

 ❉   मन का मौन रखने से संकल्पों का खज़ाना जमा कर सकते हैं।

 ❉   ज्ञान मनन चिन्तन कर व्यर्थ से मुक्त रहने से खज़ाने  जमा हो सकता है।

 ❉   दृष्टी और वृति को पवित्र बनाकर सर्व को शुभ भावना का दान करने से।

 ❉   ज्वाला मुखी योग द्वारा अपनी अनादि शक्तियों को जमा कर सकते है।

 ❉   सर्व सम्बन्ध एक परमात्मा से बनाकर माया के सर्व बन्धनों से मुक्त होकर।

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_  आप सभी बाबा के प्यारे प्यारे बच्चों से अनुरोध है की रात्रि में सोने से पहले बाबा को आज की मुरली से मिले होमवर्क के हर पॉइंट के मार्क्स ज़रूर दें ।

ॐ शांति