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❍ 15 / 02 / 15 की मुरली से चार्ट ❍
⇛ TOTAL MARKS:- 100 ⇚
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✺ शिवभगवानुवाच :-
➳ _ ➳ रोज रात को सोने से पहले बापदादा को पोतामेल सच्ची दिल का दे दिया तो धरमराजपुरी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।
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∫∫ 1 ∫∫ स्वमान का अभ्यास (Marks:-10)
➢➢ मैं श्रेष्ठ तकदीरवान आत्मा हूँ ।
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∫∫ 2 ∫∫ गुण / धारणा पर अटेंशन (Marks:-10)
➢➢ एक सेकंड की बाज़ी से सारे कल्प की तकदीर बनाना
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∫∫ 3 ∫∫ बाबा से संबंध का अनुभव(Marks:-10)
➢➢ सतगुरु
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∫∫ 4 ∫∫ होमवर्क (Marks:- 7*5=35)
‖✓‖ "°बाप समान° जल्दी से जल्दी बनना ही है" - यह द्रिड संकल्प किया ?
‖✓‖ संतुष्ट रह °संतुष्ट° करने से दुआओं का खाता जमा किया ?
‖✓‖ °योगयुक्त , युक्तियुक्त सेवा° से पुण्य का खाता जमा किया ?
‖✓‖ अगर किसी ने आपको बुरा भी दिया तो बड़े दिल से उसे °सहयोग, स्नेह और शक्ति° दी ?
‖✓‖ सदा °सहज पुरुषार्थी° अनुभव किया ?
‖✓‖ कैसी भी बात हो लेकिन °रूप मुस्कुराता हुआ और शीतल° रहा ?
‖✓‖ कैसी भी वातावरण में अगर °मन बुधी को आर्डर दिया स्टॉप° तो स्टॉप हुआ या टाइम लगा ?
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∫∫ 5 ∫∫ विशेष अभ्यास (Marks:-15)
➢➢ बापदादा द्वारा चलाये गयी 18/01/2015 की अव्यक्त वाणी को अच्छे से रीवाइज किया ?
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∫∫ 6 ∫∫ ज्ञान मंथन (सार) (Marks:-5)
➢➢ "बाप से, सेवा से और परिवार से मुहब्बत रखो तो मेहनत से छूट जाएंगे"
❉ बाप से ,सेवा से और परिवार से मुहब्बत रखना अर्थात बाप समान बनने और बनाने की सेवा, तथा अपने सहज पुरुषार्थ से अन्य ब्राह्मण आत्माओ को भी सहज पुरुषार्थ करने की प्रेरणा देना।
❉ जो सच्ची दिल से निस्वार्थ सेवा से आगे बढ़ते हैं, उनके खाते में पुण्य का खाता सहज ही जमा होता जाता है।
❉ यह पुण्य का खाता उन्हें सहज पुरुषार्थी तो बनाता ही है, साथ ही साथ स्वयं संतुष्ट रह, औरों को सन्तुष्ट करने से, दुआयों का खाता भी जमा होता हैं।
❉ यह दुआओं का खाता लिफ्ट का काम करता है।
❉ इस लिए जहां बाप से, सेवा से और ब्राह्मण परिवार से स्नेह हैं, वहाँ बाप की मदद स्वत: ही मिलती है, जिससे सहज ही मेहनत से छूट जाते हैं।
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∫∫ 7 ∫∫ ज्ञान मंथन (मुख्य धारणा) (Marks:-5)
➢➢ संतुष्ट रह संतुष्ट करने से दुआओं का खाता जमा होता है ।
❉ संतुष्ट रह संतुष्ट करने से जो दुआओं का खाता जमा करता है वही राज्य अधिकारी बनता है ।
❉ वही व्यकित सतयुग में उन दुआओं के खाते को साथ ले जाता है व उतने ही ज़्यादा सुख प्राप्त करता है ।
❉ संतुष्ट रह संतुष्ट करने से दुआओं का खाता जमा करने से सदा सफलता का अनुभव करता है व पास विद आनर होता है ।
❉ संतुष्ट रह संतुष्ट करने से रायल्टी उसके चेहरे और चलन में झलकती है ।
❉ उसे संगमयुग पर सर्व ब्राह्मण परिवार का बहुत प्यार मिलता है व बाबा का दिलतख्तनशीन होता है । बाबा स्वयं उसे याद करते हैं ।
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∫∫ 8 ∫∫ ज्ञान मंथन (वरदान) (Marks:-5)
➢➢ एक सेकंड की बाज़ी से सारे कल्प की तकदीर बनाने वाली आत्मा ही श्रेष्ठ तकदीरवान आत्मा है... क्यों और कैसे ?
❉ एक सेकंड में फुल स्टॉप लगाने का अभ्यास सब व्यर्थ को समाप्त कर देता है ।
❉ एक सेकंड में विस्तार को सार में समाने का अभ्यास हमें समस्या स्वरुप न बना समाधान स्वरुप बना देता है ।
❉ एक सेकंड में स्वयं को बीज रूप अवस्था में टिकाने का अभ्यास हमें अंतिम पेपर पास करवा सकता है ।
❉ एक सेकंड में यह देह छोड़ बाप के साथ घर जाना है,कोई बंधन रोक न ले।
❉ ब्रह्मा बाप सामान एक सेकंड में मन बुद्धि द्वारा अपना सब कुछ बाप को अर्पण करना है।
❉ एक सेकंड में दिल से बाप को याद किया और बाप को हाजिर करवा सकते है।
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∫∫ 9 ∫∫ ज्ञान मंथन (स्लोगन) (Marks:-5)
➢➢ डबल सेवा द्वारा पॉवरफुल वायुमण्डल बनाओ तो प्रकृति दासी बन जायेगी... कैसे ?
❉ डबल सेवा अर्थात मनसा और वाणी दोनों द्वारा की गई सेवा से डबल कमाई का चांस मिलता है।
❉ डबल सेवा द्वारा वायुमण्डल योगयुक्त बनता है जो प्रकृति को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
❉ डबल सेवा द्वारा वायुमण्डल में फैले vibrations से अनेक आत्माओं को शुभभावनाओं का बल मिलता है।
❉ डबल सेवा द्वारा आत्माओं को रूहानी शक्ति का अनुभव होता है।
❉ डबल सेवा हद की प्रकृति अर्थात शरीर और बेहद की प्रकृति अर्थात पांचो तत्वों को शुद्ध बना देती है।
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⊙_⊙ आप सभी बाबा के प्यारे प्यारे बच्चों से अनुरोध है की रात्रि में सोने से पहले बाबा को आज की मुरली से मिले चार्ट के हर पॉइंट के मार्क्स ज़रूर दें ।
♔ ॐ शांति ♔
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