━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
❍ 13 / 02 / 15 की मुरली से चार्ट ❍
⇛ TOTAL MARKS:- 100 ⇚
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
✺ शिवभगवानुवाच :-
➳ _ ➳ रोज रात को सोने से पहले बापदादा को पोतामेल सच्ची दिल का दे दिया तो धरमराजपुरी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
∫∫ 1 ∫∫ स्वमान का अभ्यास (Marks:-10)
➢➢ मैं पुण्य आत्मा हूँ ।
───────────────────────────
∫∫ 2 ∫∫ गुण / धारणा पर अटेंशन (Marks:-10)
➢➢ आलमाइटी सत्ता के आधार पर आत्माओं को मालामाल बनाना
───────────────────────────
∫∫ 3 ∫∫ बाबा से संबंध का अनुभव(Marks:-10)
➢➢ सतगुरु
───────────────────────────
∫∫ 4 ∫∫ होमवर्क (Marks:- 7*5=35)
‖✓‖ °बाप का मददगार° बन सर्विस की ?
‖✓‖ बाप द्वारा मिल रही °अद्वैत मत° पर ही चले ?
‖✓‖ एक माशूक के साथ °सच्ची प्रीत° रखी ?
‖✓‖ अपनी °एक्यूरेट एम ऑब्जेक्ट° को सामने रख पुरुषार्थ किया ?
‖✓‖ °डबल अहिंसक° बनकर रहे ?
‖✓‖ शुद्ध संकल्प के आधार से °आत्माओं का बाप से सम्बन्ध° जोड़कर मालामाल किया ?
‖✗‖ किसी की भी °देह को तो याद नहीं° किया ?
───────────────────────────
✺ अव्यक्त बापदादा (18/01/2015) :-
➳ _ ➳ सोने के पहले यह संकल्प करके सोना और अमृतवेले उसी को दोहरा कर हमेशा के लिए अटेंशन देते-देते बाप समान बन जाना ही है ।
∫∫ 5 ∫∫ विशेष अभ्यास (Marks:-15)
➢➢ स्मृति दिवस पर किये गए संकल्प को सोने से पहले स्मृति में लाये ? अमृतवेला उसी को दोहराया ? पूरा दिन उस पर अटेंशन रहा ?
───────────────────────────
∫∫ 6 ∫∫ ज्ञान मंथन (सार) (Marks:-5)
➢➢ "मीठे बच्चे - तुम्हे बाप द्वारा जो अद्वैत मत मिल रही है, उस मत पर चल कर कलयुगी मनुष्यो को सतयुगी देवता बनाने का श्रेष्ठ कर्तव्य करना है"
❉ आज की इस कलयुगी दुनिया में हर एक की अपनी अलग - अलग मत है।
❉ इन्ही अनेक मत - मतान्तरों अर्थात मतभेद के कारण ही आज पूरी दुनिया दुखी हैं, क्यों कि सच और झूठ का भेद ही पता नही है।
❉ बिना द्वैत के अर्थात अद्वैत मत सिवाए एक परमपिता परमात्मा बाप के और कोई नही दे सकता।
❉ अब वही परम पिता परमात्मा बाप एक ही अद्वैत मत जिसमे कोई मतभेद नही है, आ कर हम बच्चों को दे रहें हैं।
❉ हमारा कर्तव्य है, कि परमात्मा बाप की श्रेष्ठ मत पर चल कर हम कलयुगी मनुष्यो को सतयुगी देवता बनाने में सहयोग दे कर, परमात्मा बाप के सतयुग स्थापना के कार्य में सहयोगी बने।
───────────────────────────
∫∫ 7 ∫∫ ज्ञान मंथन (मुख्य धारणा) (Marks:-5)
➢➢ अपनी एक्यूरेट एम आब्जेक्ट को सामने रख पूरा पुरूषार्थ करना है ।
❉ अपनी एम आब्जेक्ट है लक्ष्मी नारायण बनना अर्थात देवी देवता बनना । जब लक्ष्य ऊँचा रखा है तो पुरूषार्थ भी ऊँचा करना है ।
❉ एम आब्जेक्ट के लिए पढ़ाई भी अच्छी रीति पढ़नी है व जिसे पढ़ाई से प्यार होता है तो वह स्वयं बिजी रहता है व मनन चिंतन चलता रहता है ।
❉ सदा श्रीमत रूपी हाथ अपने सिर पर अनुभव करता है ।
❉ जैसा कर्म मैं करूँगा मुझे देख सब करेंगे - ये सदा ध्यान रखता है ।
❉ अमृतवेले में अपने को भरपूर चार्ज कर सदा उमंग उत्साह से सेवा करते हुए ख़ुद आगे बढ़ना है व दूसरों को भी बढ़ाना है ।
───────────────────────────
∫∫ 8 ∫∫ ज्ञान मंथन (वरदान) (Marks:-5)
➢➢ आलमाइटी सत्ता के आधार पर आत्माओं को मालामाल बनाना ही पुण्य आत्मा बनना है .. क्यों और कैसे ?
❉ आलमाइटी सत्ता से लेकर आत्माओं को सुख और शांति का दान करना ही सबसे बड़ा पुण्य है ।
❉ आलमाइटी सत्ता से आत्माओं को मुक्ति और जीवन मुक्ति का वर्सा दिलवाना ही सबसे बड़ा पुण्य है ।
❉ ऑलमाइटी बाप से प्राप्त शक्तियों द्वारा आत्माओ के विघ्न विनाश करना उनकी दुवाओ का पात्र बनना है
❉ ऑलमाइटी अथॉरिटी बाप द्वारा प्राप्त वरदानो द्वारा सबकी मनोकामना पूर्ण कर सकते है।
❉ पवित्रता का पालन कर दुनिया को पवित्र बनाने का महान काम हम ऑलमाइटी अथॉरिटी बाप के बच्चे ही कर सकते है।
❉ बाप द्वारा मिले ज्ञान रत्नों का दान दे उन्हें बाप से मिलाना यह है विश्व की सबसे बड़ी सेवा।
───────────────────────────
∫∫ 9 ∫∫ ज्ञान मंथन (स्लोगन) (Marks:-5)
➢➢ जब आप सम्पूर्णता की बधाइयां मनाएंगे तब समय, प्रकृति और माया विदाई लेगी... कैसे ?
❉ सम्पूर्णता की स्तिथि आत्मा को सर्व बंधनो से मुक्त बना कर, समय, प्रकृति और माया से विदाई दिला देगी।
❉ सम्पूर्णता की स्तिथि सर्व आकर्षणों से मुक्त कर देगी।
❉ सम्पूर्णता की स्तिथि सम्पूर्ण देहि अभिमानी बना देगी।
❉ सम्पूर्णता की स्तिथि कर्म बन्धनों से मुक्त करा देगी।
❉ सम्पूर्णता की स्तिथि काल पर विजय दिला कर, प्रकृति जीत, मायाजीत बना देगी।
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━
⊙_⊙ आप सभी बाबा के प्यारे प्यारे बच्चों से अनुरोध है की रात्रि में सोने से पहले बाबा को आज की मुरली से मिले चार्ट के हर पॉइंट के मार्क्स ज़रूर दें ।
♔ ॐ शांति ♔
━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━