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    07 / 02 / 15  की  मुरली  से  चार्ट   

         TOTAL MARKS:- 100 

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शिवभगवानुवाच :-

➳ _ ➳  रोज रात को सोने से पहले बापदादा को पोतामेल सच्ची दिल का दे दिया तो धरमराजपुरी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।

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∫∫ 1 ∫∫ स्वमान का अभ्यास (Marks:-10)

➢➢ मैं विश्व सेवाधारी चक्रवर्ती आत्मा हूँ ।

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∫∫ 2 ∫∫ गुण / धारणा पर अटेंशन (Marks:-10)

➢➢ क्यों, क्या के क्वेश्चन की जाल से मुक्त रहना

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∫∫ 3 ∫∫ बाबा से संबंध का अनुभव(Marks:-10)

➢➢ बाप

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∫∫ 4 ∫∫ होमवर्क (Marks:- 7*5=35)  

‖✓‖ °यथार्थ रीति से बाप को याद° किया ?

‖✓‖ "हम यह °पुराना शरीर छोड़ घर जायेंगे°" - उठते बैठते यह बुधी में रहा ?

‖✓‖ आत्मा रुपी ज्योति में °ज्ञान योग का घृत° डालते रहे ?

‖✓‖ °मास्टर ज्ञान सागर° बनकर रहे ?

‖✓‖ बाप के साथ °विश्व कल्याण की सेवा° में चक्र लगाते रहे ?

‖✓‖ °प्लेन बुधी° से प्लान को प्रैक्टिकल में लाये ?

‖✗‖ °पर के दर्शन° की उलझन के चक्र में तो नहीं आये ?

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अव्यक्त बापदादा (18/01/2015) :-

➳ _ ➳  होना ही है, होना है लेकिन इस तरफ थोड़ा अटेंशन दो । कर रहे हैं, अपने अपने तरफ से, अपना कर रहे हैं । ऐसे भी नहीं, नहीं कर रहे हैं लेकिन मिलकर यह आवाज बुलन्द हो । जो होना है, वह हो रहा है । वह हो जायेगा ।

∫∫ 5 ∫∫ विशेष अभ्यास (Marks:-15)

➢➢ “परिवर्तन होना ही है” - मिलजुल कर आवाज को बुलंद किया ?

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∫∫ 6 ∫∫ ज्ञान मंथन (सार) (Marks:-5)

➢➢ मीठे बच्चे - आत्मा रूपी ज्योति में ज्ञान-योग का घृत डालो तो ज्योत जगी रहेगी,ज्ञान और योग का कन्ट्रास्ट अच्छी रीति समझना है।

शिवभगवानुवाच:-

 ❉   मीठे बच्चों अनेक जन्म ले पार्ट बजाते बजाते अब तुम्हारी आत्मा रूपी ज्योत उझाई हुई है।

 ❉   इसलिए मैं आया हूँ तुम्हे ज्ञान और योग सिखा कर ,तुम्हारी आत्मा रूपी ज्योति को फिर से प्रज्जवलित करने।

 ❉   इस ज्ञान और योग के घृत  से तुम्हारी आत्मा रूपी ज्योत सदैव जगी रहेगी।

 ❉   इसलिए तुम्हे अब ज्ञान और योग के कन्ट्रास्ट को समझ, अच्छी रीति धारणा करनी है।

 ❉   और अपनी आत्मा रूपी ज्योति से अन्य आत्माओ की उझाई हुई ज्योति को जगाना है।

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∫∫ 7 ∫∫ ज्ञान मंथन (मुख्य धारणा) (Marks:-5)

➢➢ फ़ुल पास होने के लिए यथार्थ रीति से बाप को याद कर पावन बनना है

 ❉    फ़ुल पास होने के लिए सच्चे दिल से बाप को याद कर पावन बन कर ही नयी पावन दुनिया में जा सकते है । पावन बने बग़ैर न तो ब्राह्मण बन सकते है न ही देवता ।

 ❉    फ़ुल पास होने के लिए चारों सब्जेक्ट ज्ञान , योग , धारणा और सेवा में पास होना ज़रूरी है ।

 ❉   ज्ञान तभी ठहर सकता है जब बुद्धि की लाइन क्लीन व क्लीयर होगी ।

 ❉   योग का मतलब है किसी के साथ जुड़ना । जुड़ तभी सकते हैं जब उसको यथार्थ रीति से याद करते हैं । जब किसी के साथ जुड़ जाते है तो उसकी याद स्वत: आती है । ऐसे ही जब आत्मा का आत्मा के पिता परमात्मा के साथ कनेक्शन हो गया तो उसके योग में रहने से विकर्म विनाश होंगे ।

 ❉    जैसे जैसे ज्ञान की गहराई में चले जाते हैं तो धारणाएँ भी पक्की होती जाती हैं ।

 ❉   सेवा से उमंग- उत्साह बढ़ता है और शक्ति मिलती है । कभी थकावट महसूस नहीं होती । सेवा में बिजी देखकर माया भी भाग जाती है ।

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∫∫ 8 ∫∫ ज्ञान मंथन (वरदान) (Marks:-5)

➢➢ क्यों क्या के क्वेश्चन के जाल से सदा मुक्त रहने वाले ही विश्व सेवाधारी चक्रवर्ती बन सकते है ... क्यों और कैसे ?

 ❉   क्यों क्या के क्वेश्चन के जाल से सदा मुक्त रहने वाला ही निश्चयबुधी बन बेहद की अवस्था में स्थित हो विश्व सेवा के कार्य में तीव्रता से आगे बड़ सकता है ।

 ❉   क्यों क्या के क्वेश्चन से दूर रहकर ही हम सदा समर्थ स्थिति में स्थित रह दूसरों को समर्थ बनाने में अपना सहयोग दे सकते हैं ।

 ❉   क्यों क्या के क्वेश्चन से दूर रहने के लिए बाबा पर और ड्रामा पर सम्पूर्ण निश्चय होना अत्यंत आवश्यक है ।

 ❉   आत्मिक दृष्टि व आत्मिक स्थिति श्रेष्ठ होती है तो सबके प्रति आत्मा भाई-भाई की दृष्टि होने से क्यूँ क्यों के क्वेश्चन से परे विश्व सेवाधारी चक्रवर्ती बन सकते हैं ।

 ❉   जब ज्ञान की हरेक पाइंट मनन शक्ति द्वारा स्व की शक्ति बन जाती है तो स्थिति मज़बूत होती है ।

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∫∫ 9 ∫∫ ज्ञान मंथन (स्लोगन) (Marks:-5)

➢➢ प्लेन बुधी से प्लान को प्रैक्टिकल में लाओ तो सफलता समाई हुई है .. क्यों और कैसे ?

 ❉   प्लेन बुधी हमें सहज ही स्वमान की सीट पर सेट कर देती है ।

 ❉   प्लेन बुधी से हम सहज ही हर कार्य में बापदादा की मदद का अनुभव कर पाते हैं ।

 ❉   प्लेन बुधी से हम सहज ही किसी भी कार्य में एकाग्रचित हो पाते हैं ।

 ❉   प्लेन बुद्धि हमे व्यर्थ संकल्पों के प्रभाव से दूर रखती है।

 ❉   प्लेन बुद्धि, निश्च्य बुद्धि बन हर प्लान को प्रैक्टिकल स्वरूप् में लाते हैं इसलिए सफलता सहज प्राप्त हो जाती है।

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_  आप सभी बाबा के प्यारे प्यारे बच्चों से अनुरोध है की रात्रि में सोने से पहले बाबा को आज की मुरली से मिले चार्ट के हर पॉइंट के मार्क्स ज़रूर दें ।

 

ॐ शांति

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