❍ 24 / 01 / 15 की मुरली से चार्ट ❍
⇛ TOTAL MARKS:- 100 ⇚
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✺ शिवभगवानुवाच :-
➳ _ ➳ रोज रात को सोने से पहले बापदादा को पोतामेल सच्ची दिल का दे दिया तो धरमराजपुरी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।
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∫∫ 1 ∫∫ स्वमान का अभ्यास (Marks:-10)
➢➢ मैं निष्काम रहमदिल आत्मा हूँ ।
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∫∫ 2 ∫∫ गुण / धारणा पर अटेंशन (Marks:-10)
➢➢ हर आत्मा को भटकने व भिखारीपन से बचाना
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∫∫ 3 ∫∫ बाबा से संबंध का अनुभव(Marks:-10)
➢➢ टीचर
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∫∫ 4 ∫∫ होमवर्क (Marks:- 7*5=35)
‖✓‖ °चलन रॉयल° रही ?
‖✓‖ °आपार ख़ुशी° में रहे ?
‖✓‖ °बाप का प्रिय° बनकर रहे ?
‖✓‖ हर बोल युक्तियुक्त व्यर्थ भाव से परे °अव्यक्त भाव° वाला रहा ?
‖✓‖ °टीचर° बन बहुतों की सेवा की ?
‖✓‖ °निस्वार्थ सेवा° की ?
‖✓‖ अपने °चार्ट को देखकर जांच° की पुण्य कितना जमा है ?
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✺ अव्यक्त बापदादा (18/01/2015) :-
➳ _ ➳ इतनी बड़ी विश्व में से आप सिकीलधे दीपकों को बाप देख खुश हो रहे हैं और दिल में गीत गा रहे हैं, हर एक दीपक परमात्म प्यारे और दिल में समाने वाले हैं । सच्ची दीपमाला तो बाप सन्मुख देख रहे हैं और एक-एक दीपक के लिए वाह वाह के गीत दिल में गा रहे हैं ।
∫∫ 5 ∫∫ विशेष अभ्यास (Marks:-15)
➢➢ आज पूरा दिन परमात्म प्यारे बनकर रहे और बाप के दिल में समाये रहे ?
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∫∫ 6 ∫∫ ज्ञान मंथन (वरदान) (Marks:-10)
➢➢ हर आत्मा को भटकने और भिखारीपन से बचाने वाला ही निष्काम सेवाधारी है... क्यों और कैसे ?
❉ किसी भी आत्मा को उसके सच्चे सच्चे पिता से मिलवाना ही सच्ची सच्ची सेवा है ।
❉ सदा मास्टर दुःखहर्ता सुखकर्ता के स्वमान की सीट पर सेट रह निष्काम सेवाधारी का पार्ट अच्छे से बजाया जा सकता है ।
❉ सदा बाप समान विश्व कल्याणकारी की सीट पर सेट रह निष्काम सेवाधारी का पार्ट एक्यूरेट बजाया जा सकता है ।
❉ हर आत्मा को परमात्मा द्वारा ज्ञान,गुण,शक्तियों की प्राप्ति कराना ही भटकने व भिकरिपन से बचाना है।
❉ निष्काम सेवाधारी में दातापन के गुण होंगे,कोई भी उनके पास से खाली हाथ नहीं जायेगा।
❉ निष्काम सेवाधारी रहमदिल होंगे,सबका कल्याण हो जाये यही उनकी भावना होगी।
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∫∫ 7 ∫∫ ज्ञान मंथन (स्लोगन) (Marks:-10)
➢➢ सेवाधारी बन निस्वार्थ सेवा करो तो सेवा का मेवा मिलना ही है ... क्यों और कैसे ?
❉ क्योकि निस्वार्थ सेवाधारी बाप दादा का दिल तख़्त नशीन बन ,भविष्य ऊँच पद की प्रालब्ध का हकदार बनता है।
❉ निस्वार्थ सेवा करने वाला सहज ही सर्व की दुआओं का पात्र बन जाता है।
❉ निस्वार्थ सेवा मन को सुकून और सच्ची ख़ुशी प्रदान करती है।
❉ निस्वार्थ सेवाधारी अपनी सेवा से स्वयं भी सुख की अनुभूति करता है तथा औरो को भी करवाता है।
❉ निस्वार्थ सेवाधारी प्रभु पालना में पलते हुए सदैव अतेंद्रिय सुख के झूले में झूलता रहता है।
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⊙_⊙ आप सभी बाबा के प्यारे प्यारे बच्चों से अनुरोध है की रात्रि में सोने से पहले बाबा को आज की मुरली से मिले होमवर्क के हर पॉइंट के मार्क्स ज़रूर दें ।
♔ ॐ शांति ♔