04 / 01 / 15  की  मुरली  से  चार्ट 

  TOTAL MARKS:- 100 

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शिवभगवानुवाच :-

➳ _ ➳  रोज रात को सोने से पहले बापदादा को पोतामेल सच्ची दिल का दे दिया तो धरमराजपुरी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।

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∫∫ 1 ∫∫ स्वमान का अभ्यास (Marks:-10)

➢➢ मैं श्रेष्ठ भाग्यशाली आत्मा हूँ ।

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∫∫ 2 ∫∫ गुण / धारणा पर अटेंशन (Marks:-10)

➢➢ बेगर टू प्रिंस का पार्ट प्रैक्टिकल में बजाना

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∫∫ 3 ∫∫ बाबा से संबंध का अनुभव(Marks:-10)

➢➢ बाप

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∫∫ 4 ∫∫ होमवर्क (Marks:- 7*5=35)  

‖✓‖ स्वयं को सदा एक चमकता हुआ °दिव्य सितारा° अनुभव किया ?

‖✓‖ °सर्व प्राप्तियों° को और प्राप्त कराने वाले को स्मृति में रखा ?

‖✓‖ अपने स्वधर्म "°याद°" और कर्त्तव्य "°सेवा°" में सदा तत्पर रहे ?

‖✓‖ °फॉलो फादर° कर हर कर्म को श्रेष्ठ बनाया ?

‖✓‖ °संतुष्टता° की खान बनकर रहे ?

‖✗‖ हद की ज़िम्मेवारियों के °बोझ की टोकरी° तो उठा कर नहीं रखी ?

‖✗‖ बचपन के °अल्बेलेपन के व नटखट° के खेल तो नहीं खेले ?

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अव्यक्त बापदादा (25/12/2014) :-

➳ _ ➳  बाप ने देखा समझ बहुत अच्छी है, समझ के साथ अपनी चेकिंग भी अच्छी करते हैं लेकिन चलते-चलते कोई बाते ऐसी आती हैं जो तीव पुरुषार्थ को साधारण पुरुषार्थ में बदल लेती हैं ।

∫∫ 5 ∫∫ विशेष अभ्यास (Marks:-15)

➢➢ बातों ने आपके तीव्र पुरुषार्थ को साधारण पुरुषार्थ में तो नहीं बदल दिया ?

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∫∫ 6 ∫∫ ज्ञान मंथन (वरदान) (Marks:-10)

➢➢ बेगर टू प्रिंस का प्रेक्टिकल पार्ट कैसे बजाया जा सकता है ?

 ❉   अल्पकाल की इच्छाओं का त्याग करें ।

 ❉   दातापन की सीट पर सेट रहें । "देना ही लेना है" - यह पाठ पक्का करें ।

 ❉   मनसा वाचा कर्मणा सर्व आत्माओं के सहयोगी बनकर रहें ।

 ❉   सब मेरे को तेरे में परिवर्तन कर,स्वयं ट्रसटी बन रहने से।

 ❉   सभी आत्माये बाबा के बच्चे है,वो करावंहार और हम करंहार।

 ❉   सम्पूर्ण रूप से स्वयं को समर्पण करना।

 ❉   परमात्म शक्तियों द्वारा इस माया के पाम्प से स्वयं को सेफ रख कर।

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∫∫ 7 ∫∫ ज्ञान मंथन (स्लोगन) (Marks:-10)

➢➢ सदा हर्षित रहने के लिए 'साक्षी पन की सीट पर दृष्टा बनकर हर खेल देखने' की धारणा धारण करना अत्यंत आवश्यक है ?

 ❉   साक्षी दृष्टा बनने से परस्थितियों में भी अचल अडोल रह सकते है।

 ❉   साक्षी दृष्टा होने से खेल को खिलौने की तरह खेलेंगे। 

 ❉   साक्षी होकर देखने से ड्रामा की धारणा पक्की हो जायेगी।

 ❉   साक्षी होकर देखने से सदा विजय बनकर आगे बढ़ते जायेंगे।

 ❉   साक्षी होकर हर खेल देखने से संकल्पों में स्क्रात्मकता बढ़ जाती है।

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_  आप सभी बाबा के प्यारे प्यारे बच्चों से अनुरोध है की रात्रि में सोने से पहले बाबा को आज की मुरली से मिले होमवर्क के हर पॉइंट के मार्क्स ज़रूर दें ।

ॐ शांति