❍ 23 / 01 / 15 की मुरली से चार्ट ❍
⇛ TOTAL MARKS:- 100 ⇚
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✺ शिवभगवानुवाच :-
➳ _ ➳ रोज रात को सोने से पहले बापदादा को पोतामेल सच्ची दिल का दे दिया तो धरमराजपुरी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।
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∫∫ 1 ∫∫ स्वमान का अभ्यास (Marks:-10)
➢➢ मैं महान आत्मा हूँ ।
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∫∫ 2 ∫∫ गुण / धारणा पर अटेंशन (Marks:-10)
➢➢ ग्लानी करने वाले को भी गुणमाला पहनना
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∫∫ 3 ∫∫ बाबा से संबंध का अनुभव(Marks:-10)
➢➢ टीचर
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∫∫ 4 ∫∫ होमवर्क (Marks:- 7*5=35)
‖✓‖ °मनसा वृति पावरफुल° रही ?
‖✓‖ सभी बोझ बाप के ऊपर रख °बुधी को हल्का° किया ?
‖✓‖ °स्वच्छ बुधी° बनाने पर अटेंशन रहा ?
‖✓‖ °पवित्र° बनने पर विशेष अटेंशन रहा ?
‖✓‖ "हम तो अभी पुरुषोत्तम बन रहे हैं... °भगवान हमें पढाते हैं°" - इसी ख़ुशी में रोमांच खड़े रहे ?
‖✓‖ °बाप सामान निरहंकारी° बन सेवा की ?
‖✓‖ °ड्रामा का बना बनाया प्लान° बुधी में रहा ?
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✺ अव्यक्त बापदादा (18/01/2015) :-
➳ _ ➳ बापदादा भी एक-एक दीपक को देख खुश हो रहे हैं । वाह! एक-एक दीपक वाह! क्योंकि आप एक-एक दीपक बाप के अति लाडले हो ।
∫∫ 5 ∫∫ विशेष अभ्यास (Marks:-15)
➢➢ आज पूरा दिन स्वयं को बाप का लाडला समझ कर आगे बड़े ?
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∫∫ 6 ∫∫ ज्ञान मंथन (वरदान) (Marks:-10)
➢➢ ग्लानी करने वाले को भी गुणमाला पहनाने वाला ही इष्ट देव और महान आत्मा है ... क्यों और कैसे ?
❉ ग्लानि करने वाले को भी अपनी शुभ भावनाओ और शुभ कामनाओं के द्वारा परिवर्तित करना महान आत्माओं का प्रमुख लक्षण हैं ।
❉ आत्मा भाई भाई की स्मृति और हर आत्मा उस एक परमात्मा की संतान है - यह स्मृति सदा हर आत्मा को गुणमाला पहनाने में सहायक सिद्ध होती है ।
❉ कर्मों की गुह्य गति की स्मृति और हर आत्मा निर्दोष है - यह दो स्मृतियाँ भी हमें बल देती हैं जिससे हम ग्लानि करने वाले को भी गुणमाला पहना सकते हैं ।
❉ यह ड्रामा बना बनाया है और सभी एक्टर अपना पार्ट बजा रहे है इसमें किसी का दोष नहीं।
❉ किसी की गलती को माफ़ कर देना महानता है,परन्तु किसी की गलती को भूल जाना यह सबसे बड़ी महानता है।
❉ इष्टदेव महान आत्मा वह जो रहमदिल बन सकता कल्याण करे।
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∫∫ 7 ∫∫ ज्ञान मंथन (स्लोगन) (Marks:-10)
➢➢ अपनी मंसा वृति द्वारा सदा अच्छी पावरफुल बनाओ तो खराब भी अच्छा हो जाएगा .... क्यों और कैसे ?
❉ क्योकि मनसा वृति द्वारा जितनी पावरफुल स्तिथि बनायेगे उतना ही वायुमण्डल प्रभावशाली बनेगा।
❉ मनसा वृति जितनी प्रभावशाली होगी।वायब्रेशन भी उतने ही प्रभावशाली होंगे जो सहज ही दूसरों को परिवर्तित कर सकेंगे।
❉ मनसा वृति द्वारा हमारी स्तिथि जितनी पावरफुल होगी,उतने ही हमारे कर्म श्रेष्ठ होंगे जो दूसरों को भी श्रेष्ठ कर्म करने की प्रेरणा देंगें।
❉ मनसा वृति जितनी प्रभावशाली होगी उतनी ही नयनो में दिव्यता की झलक स्पष्ट दिखाई देगी।और दिव्य दृष्टि द्वारा अन्य आत्माओ को सुख की अनुभूति सहज ही होगी।
❉ मनसा वृति जितनी पावरफुल होगी ,आत्माओ के स्वभाव,संस्कारो को बदलना उतना ही सहज होगा।
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⊙_⊙ आप सभी बाबा के प्यारे प्यारे बच्चों से अनुरोध है की रात्रि में सोने से पहले बाबा को आज की मुरली से मिले होमवर्क के हर पॉइंट के मार्क्स ज़रूर दें ।
♔ ॐ शांति ♔