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    10 / 02 / 15  की  मुरली  से  चार्ट   

         TOTAL MARKS:- 100 

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शिवभगवानुवाच :-

➳ _ ➳  रोज रात को सोने से पहले बापदादा को पोतामेल सच्ची दिल का दे दिया तो धरमराजपुरी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।

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∫∫ 1 ∫∫ स्वमान का अभ्यास (Marks:-10)

➢➢ मैं ब्रह्मा बाप सामान आत्मा हूँ ।

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∫∫ 2 ∫∫ गुण / धारणा पर अटेंशन (Marks:-10)

➢➢ कड़े नियम और द्रिड संकल्प द्वारा अल्बेलेपन को समाप्त करना

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∫∫ 3 ∫∫ बाबा से संबंध का अनुभव(Marks:-10)

➢➢ टीचर

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∫∫ 4 ∫∫ होमवर्क (Marks:- 7*5=35)

 

‖✓‖ °कांटो को फूल° बनाने की सेवा की ?

‖✓‖ बोल में °आत्मिक भाव° और शुभ भावना रही ?

‖✓‖ °चलते-फिरते बाप की याद° में रहे ?

‖✓‖ °स्वीट होम और स्वीट राजाई° को याद किया ?

‖✓‖ °अटेंशन रुपी चोकीदार° सदा अलर्ट रहा ?

‖✓‖ "°करना ही है°" - यह स्लोगन मस्तक में याद रहा ?

‖✗‖ बाप जो ज्ञान का खजाना दे रहे हैं.. उसे लेने के लिए कोई °बहाना तो नहीं° किया ?

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अव्यक्त बापदादा (18/01/2015) :-

➳ _ ➳  दुख तो बढ़ रहा है । सब तंग तो हैं लेकिन कहाँ-कहाँ अल्पकाल का सुख उन्हों को सुला देता है । तो अब सेवा में भी चेक करो किस-किस तरफ किस-किस एरिया में करना है, वह हर एक सेंटर अपने-अपने एरिया को चेक करे और वहाँ सर्विस का आवाज फैलाये । कहाँ-कहाँ अच्छे हैं लेकिन सारे भारत को जगाना है तो अभी चेक करो और चांस लो । चारों ओर अभी आवाज फैलना चाहिए कि अभी हमें खुद भी परिवर्तन होना है और विश्व को भी परिवर्तन करने के कार्य में लगना है । तो सभी खुश हैं? खुश हैं? दो-दो हाथ उठाओ ।

 

∫∫ 5 ∫∫ विशेष अभ्यास (Marks:-15)

➢➢ खुद के परिवर्तन पर भी अटेंशन देते हुए विश्व के परिवर्तन के कार्य में अपना सहयोग दिया ?

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∫∫ 6 ∫∫ ज्ञान मंथन (सार) (Marks:-5)

 

➢➢ "मीठे बच्चे - पुरानी दुनिया के कांटो को नई दुनिया के फूल बनाना - यह तुम होशियार मालियों का काम है"

 

 ❉   हम बागवान परम पिता परमात्मा बाप के माली बच्चे हैं।

 ❉   बागवान बाप आ कर हम बच्चों को राजयोग की पढ़ाई पढ़ा रहें हैं।

 ❉   और राजयोग द्वारा हम मालियों को काँटो से खुशबूदार फूल अर्थात विकारी से सतोप्रधान देवी - देवता बना रहें हैं।

 ❉   हमे भी होशियार माली बन पुरानी कलयुगी दुनिया के काँटो अर्थात पतित विकारी मनुष्यों को नईं सतयुगी दुनिया के फूल अर्थात देवी देवता बनाना हैं।

 ❉   बाप के इस कार्य में सहयोग देना,  यही हम होशियार मालियों का काम है।

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∫∫ 7 ∫∫ ज्ञान मंथन (मुख्य धारणा) (Marks:-5)

 

➢➢ काँटों को फूल बनाने की सेवा करनी है ।

 

 ❉   अभी तक हम कीचडे में ही पड़े थे बाबा ने ही हमें चोटी से खींच बाहर निकाल कर नया जीवन दिया है उसी तरह हमें भी जीवन की दलदल में फँसे लोगों को अंधेरे से बाहर निकालना है ।

 ❉   जैसे बाबा हमें रोज़ स्वयं पढ़ाकर गुलगुल बनाते है ,ज्ञान रत्नों से भरपूर करते है । हमें दूसरों को भी ज्ञान देकर उनकी अज्ञानता को दूर करना है ।

 ❉   न दुख देना है , न ही दुख लेना है । किसी के दुख को देखकर दुखी नहीं होना बल्कि उसे सुख , शांति की वाइब्रेशनस देकर उसको हल्का करना है ।

 ❉   जैसे गुलाब काँटों के बीच रहते हुए भी अपनी ख़ुशबू चारों ओर फैलाता है उसी प्रकार हमें गृहस्थ परिवार में रहते हुए बाबा के प्यार की रूहानियत को चारों ओर फैलाना है ।

 ❉ अपकारी पर भी उपकार करना है । जैसे किसी ने हमें बहुत बुरा कहा तो हमें बुरा नहीं कहना , हमें उसे शुभ भावना देनी है व उस बात में भी अच्छाई देखनी है ।

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∫∫ 8 ∫∫ ज्ञान मंथन (वरदान) (Marks:-5)

 

➢➢ कड़े नियम और द्रिड संकल्प द्वारा अल्बेलेपन को समाप्त कर ही ब्रह्मा बाप सामान अवस्था को प्राप्त किया जा सकता है... क्यों और कैसे ?

 

 ❉   द्रिड संकल्प ही हर लक्ष्य को प्राप्त करने की चाबी है ।

 ❉   कड़े नियम हमें माया के अति सूक्षम रूप से भी सेफ रखते हैं ।

 ❉   धरत परिये पर धर्म न छोडिये, बाबा की एक्स्ट्रा मदद पाने का यही तरीका है।

 ❉   क्युकी द्रणता एवं नियमो का पालन करने से समय व्यर्थ नहीं जाता।

 ❉   हर पल लक्ष्य की याद रहती है और लक्षण धारण करने का प्रयास निरंतर चलता रहता है।

 ❉   ईश्वरीय नियमो का पालन ही हमारी सेफ्टी का साधन है।

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∫∫ 9 ∫∫ ज्ञान मंथन (स्लोगन) (Marks:-5)

 

➢➢ समर्थ बोल की निशानी है-जिस बोल में आत्मिक भाव और शुभ भावना हो... क्यों और कैसे ?

 

 ❉   बोल समर्थ होंगे तो व्यवहार में नम्रता स्पष्ट दिखाई देगी जो लोगो को सहज ही आकर्षित करेगी।

 ❉   समर्थ बोल ,सुनने वाले को आत्मिक प्रेम और आत्मीयता की अनुभूति कराएंगे।

 ❉   समर्थ बोल दुयाओ का खाता जमा करने में विशेष रूप से सहयोगी बनेगे।

 ❉   समर्थ बोल आत्माओं को शान्ति का अनुभव कराएंगे।

 ❉   समर्थ बोल आत्मा को चढ़ती कला में ले जाएंगे।

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_  आप सभी बाबा के प्यारे प्यारे बच्चों से अनुरोध है की रात्रि में सोने से पहले बाबा को आज की मुरली से मिले चार्ट के हर पॉइंट के मार्क्स ज़रूर दें ।

 

ॐ शांति

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