17 / 01 / 15  की  मुरली  से  चार्ट 

  TOTAL MARKS:- 100 

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शिवभगवानुवाच :-

➳ _ ➳  रोज रात को सोने से पहले बापदादा को पोतामेल सच्ची दिल का दे दिया तो धरमराजपुरी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।

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∫∫ 1 ∫∫ स्वमान का अभ्यास (Marks:-10)

➢➢ मैं पुण्य आत्मा हूँ ।

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∫∫ 2 ∫∫ गुण / धारणा पर अटेंशन (Marks:-10)

➢➢ हर एक की विशेषताओं का वर्णन करना

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∫∫ 3 ∫∫ बाबा से संबंध का अनुभव(Marks:-10)

➢➢ टीचर

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∫∫ 4 ∫∫ होमवर्क (Marks:- 7*5=35)

‖✓‖ °सदैव खुश्मौज° में रहे ?

‖✓‖ वरदानो की शक्ति से परिस्थिति रुपी °आग को पानी° बनाया ? 

‖✓‖ °योग के प्रयोग° द्वारा बुधी को सताने वाले विघनो को समाप्त किया ?

‖✓‖ °आत्मिक स्थिति° में रहने का अभ्यास किया ?

‖✓‖ तीसरे नेत्र से °त्मा भाई° को देखा ?

‖✓‖ °अपने को देखा° की मैं पुरुषार्थ में उत्तम हूँ ? मध्यम हूँ ? या कनिष्ट हूँ ?

‖✓‖ श्रीमत अनुसार सबकी खातिरी की ?

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∫∫ 5 ∫∫ विशेष अभ्यास (Marks:-15)

➢➢ बापदादा द्वारा चलाई गयी 25/12/2014 की अव्यक्त वाणी को अच्छे से रीवाइज किया ?

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∫∫ 6 ∫∫ ज्ञान मंथन (वरदान) (Marks:-10)

➢➢ "हर एक की विशेषताओ का वर्णन" करने के इस ईश्वरीय रोयल्टी के संस्कार को धारण करने के क्या क्या फायदे हैं ?

 ❉   इससे हम दुसरे की विशेषताओं को स्वयं में सहज ही धारण कर पाते हैं ।

 ❉   एक दुसरे के प्रति सम्मान और स्नेह उत्पन्न होता है ।

 ❉   संगठन मजबूत होता है और सर्व आत्माएं एक दुसरे की सहज ही सहयोगी बन जाती हैं ।

 ❉   किसी के प्रति अशुभ भाव व भावना नहीं बनती।

 ❉   इससे सभी के प्रिय बनते,सबको संतुष्ट करते,सबको सुख देते और सबका उमंग उत्साह बढ़ाते।

 ❉   कभी किसी से व्यर्थ टकराव नहीं होता,सभी का सहयोग प्राप्त होता है।

 ❉   किसी भी आत्मा के लिए निगेटिव फीलिंग या वाइब्रेशन नहीं जाते है।

 ❉   विशेषताओ का वर्णन करने से हम होली हंस बन गुण ग्राही बन जाते है।

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∫∫ 7 ∫∫ ज्ञान मंथन (स्लोगन) (Marks:-10)

➢➢ वरदान की शक्ति परिस्थिति रूपी आग को भी पानी बना देती है।....कैसे ?

 ❉   वरदान की शक्ति से आत्मा में शांन्ति का बल भर जाता है जिससे आग रूपी परस्थिति  भी पानी बन जाती है।

 ❉   वरदान की शक्ति से आत्मा के विक्रमो का खाता समाप्त हो जाता है और शीतलता महसुस होती है जिससे परस्थिति की आग भी पानी बन जाती है।

 ❉   वरदानों की शक्ति आत्मा के कवच का काम करती है जिसपर परस्थितियों की आग पानी बन जाती है।

 ❉   वरदानों की शक्ति आत्मा की हलचल को समाप्त कर शान्त बना देती है जिससे परस्थितियों की आग पानी समान बन जाती है।

 ❉   वरदान की शक्ति शीतलता के ठण्डे फवारे की तरह होती है जिससे कैसी भी परस्थिति आवे अपने आप पानी की तरह बह जाती है।

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_  आप सभी बाबा के प्यारे प्यारे बच्चों से अनुरोध है की रात्रि में सोने से पहले बाबा को आज की मुरली से मिले होमवर्क के हर पॉइंट के मार्क्स ज़रूर दें ।

 

ॐ शांति