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❍ 21 / 02 / 16 की मुरली से चार्ट ❍
⇛ TOTAL MARKS:- 100 ⇚
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✺ शिवभगवानुवाच :-
➳ _ ➳ रोज रात को सोने से पहले बापदादा को पोतामेल सच्ची दिल का दे दिया तो धरमराजपुरी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
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∫∫ 1 ∫∫ होमवर्क (Marks:- 6*5=30)
‖✓‖ बापदादा के °डायरेक्शन प्रमाण° हर संकल्प व हर कदम उठाया ?
‖✓‖ सभी राज्य कारोबारी °लॉ एंड आर्डर° में रहे ?
‖✓‖ °सच्ची सीतायें° बन लकीर के अन्दर रहे ?
‖✓‖ मस्तक के बीच सदा °शुभ चिन्तक की चिंदी° चमकती रही ?
‖✓‖ सेवा में किसी भी संस्कार व संकल्प का विघन न ला °निर्विघन सेवाधारी° बनकर रहे ?
‖✓‖ °बेहद की वृति° वाले सेवाधारी बनकर रहे ?
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∫∫ 2 ∫∫ विशेष पुरुषार्थ (Marks:-10)
‖✓‖ सदा °फरमान के तिलक° को धारण कर फर्स्ट प्राइज लेने के अधिकारी बनकर रहे ?
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∫∫ 3 ∫∫ विशेष अभ्यास (Marks:-10)
‖✓‖ आज की अव्यक्त मुरली का बहुत अच्छे से °मनन और रीवाइज° किया ?
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∫∫ 6 ∫∫ मुख्य धारणा-ज्ञान मंथन(Marks-15)
➢➢ सभी राज्य कारोबारी को लॉ एंड आर्डर में रखना है ।
❉ जैसे राज्य कारोबार को चलाने के लिए राजा जो लॉ बनाता है व अपने मंत्रियों को कारोबार चलाने के लिए आर्डर देता है तो उसी के अनुसार चलते हुए राज्य का कारोबार सही चलता है उसी प्रकार हमें स्वराज्याधिकारी बनने के लिए मन, बुद्धि और संस्कार तीनों पर अटेंशन देना है ।
❉ जिस समय जिस शक्ति की जरुरत हो उसी प्रमाण उसे यूज करते हुए अपने राज्य कारोबारी को लॉ एंड आर्डर में रखना है । हर कर्मेंद्रिय इशारे से ही चले व कर्मेन्द्रिय जीत बनना है ।
❉ आत्मा ही करावनहार है करनहार तो ये त्रिमूर्ति शक्तियां हैं इनके ऊपर कंट्रोलिंग पावर है तो कर्मेन्द्रियां स्वतः ही लॉ एंड आर्डर पर चलती हैं ।
❉ बापदादा के डायरेक्शन प्रमाण हर संकल्प व हर कदम पर चलते हुए राइट हैंड बनते हैं व हमेशा लॉ एंड आर्डर फॉलो करते नम्बरवन बनना है ।
❉ स्व को लॉ एंड आर्डर पर चलाते हैं यानि मन बुद्धि ,संस्कार व संकल्पों पर नियंत्रण है तो वर्तमान राज्य अधिकारी सो भविष्य राज्याधिकारी बनना है ।
❉ जैसे कोई राजा अपनी प्रज्ञा से मधुरता और शीतलत से पेश आता है तो प्रज्ञा भी अपने राजा का लॉ और आर्डर सहजता ले मानते ऐसे ही हमें भी बाबा की डारेक्शन पर चल मधुरता और शीतलत से लॉ और आर्डर मानना है ।
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∫∫ 7 ∫∫ वरदान - ज्ञान मंथन (Marks:-20)
➢➢ सदा फरमान के तिलक को धारण कर फर्स्ट प्राइज लेने वाले फरमानबरदार होते हैं...क्यों और कैसे ?
❉ जो सदा हर काम को करते हांजी का पार्ट निभाते है फरमान का तिलक भी उन्हें मिलता है और वही फर्स्ट प्राइज लेने के हकदार भी होते हैं ।
❉ जिस गुण को धारण करते हैं तो वह मन से पसंद होता है तभी करते हैं । ऐसे ही हमें प्रभु पसंद बन फरमानदारी का गुण धारण कर अपनाकर सदा फर्स्ट प्राइज लेना है ।
❉ जैसे शिव बाबा हम आत्माओं को मीठे बच्चें और सिकीलधे बच्चे कहकर पुकारते तो हमें भी अपनी वाणी में मधुरता और मिठास लाकर फरमानबरदारी का गुण धारण करते फर्स्ट प्राइज लेना है ।
❉ लौकिक में भी जो बच्चे माता पिता की आज्ञा का पालन करते वही तिलकधारी बनते ऐसे ही ऊंच ते ऊंच बाप की श्रीमत पर चल फरमानबरदारी का फर्स्ट प्राइज लेना है ।
❉ बाप दादा के दिलतख्त नशीन बनने के लिए जो श्रीमत है उसी अनुसार कर्म करना फरमान के तिलक को धारण कर फरमानबरदार बनना है ।
❉ यज्ञ का हर कर्म छोटा या बड़ा हो उसको पूरे निश्चय और नशे से कर बापदादा को प्रत्यक्ष करना फरमानबरदार आत्मा बनना है ।
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∫∫ 8 ∫∫ स्लोगन - ज्ञान मंथन (Marks:-15)
➢➢ किसी से भी लगाव है तो वह लगाव पुरुषार्थ में अलबेला अवश्य बनाएगा... क्यों और कैसे ?
❉ किसी से भी लगाव है तो वह झुकाव का कारण बनेगा और झुकाव स्व - स्थिति को पावरफुल बनने नही देगा । जिससे पुरुषार्थ में अलबेलापन अवश्य आएगा ।
❉ पुरुषार्थ में तीव्रता तभी आएगी जब हद के सभी आकर्षणों से बुद्धि योग टूटा हुआ होगा । लेकिन किसी से भी लगाव होगा तो वह अपनी तरफ आकर्षित अवश्य करेगा और पुरुषार्थ में अलबेलेपन का कारण बन जायेगा ।
❉ नष्टोमोहा स्मृतिलब्धा के पेपर में पास विद ऑनर होने के लिए जरूरी है किसी से भी कोई लगाव ना होना । लगाव होगा तो आसक्ति पैदा करेगा और किसी भी चीज के प्रति आसक्ति बुद्धि योग बाप के साथ जुटने नही देगी और पुरुषार्थ में अलबेला बना देगी ।
❉ किसी भी चीज के प्रति लगाव होगा तो आत्म अभिमानी स्थिति में स्थित होना मुश्किल होगा और आत्मिक विस्मृति मन बुद्धि को एकाग्र नही होने देगी जिससे बुद्धि व्यर्थ चिंतन में बिज़ी रहेगी और व्यर्थ चिंतन पुरुषार्थ में अलबेला बना देगा ।
❉ तीव्र पुरुषार्थी बनने के लिए जरूरी है नॉलेजफुल की सीट पर सेट रह, त्रिकालदर्शी बन हर बात में कल्याण का अनुभव करना किन्तु त्रिकालदर्शी की सीट पर वही सेट रह सकता है जो हर प्रकार के लगाव, झुकाव और टकराव से मुक्त हो ।
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⊙_⊙ आप सभी बाबा के प्यारे प्यारे बच्चों से अनुरोध है की रात्रि में सोने से पहले बाबा को आज की मुरली से मिले चार्ट के हर पॉइंट के मार्क्स ज़रूर दें ।
♔ ॐ शांति ♔
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