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❍ 31 / 01 / 16 की मुरली से चार्ट ❍
⇛ TOTAL MARKS:- 100 ⇚
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✺ शिवभगवानुवाच :-
➳ _ ➳ रोज रात को सोने से पहले बापदादा को पोतामेल सच्ची दिल का दे दिया तो धरमराजपुरी में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
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∫∫ 1 ∫∫ होमवर्क (Marks:- 6*5=30)
‖✓‖ "माया आने पर °श्रेष्ठ जादू का शब्द 'बाबा'° भूले नहीं" - यह अटेंशन रखा ?
‖✓‖ °'आप और बाप'° की स्मृति से सहज राजयोगी बनकर रहे ?
‖✓‖ °ड्रामा° शब्द के आधार से पत्थर को तोड़ने की बजाये उन्हें हाई जम्प देकर पार किया ?
‖✓‖ °ज्ञान की मुख्य मुख्य पॉइंट्स° को बार बार रीवाइज किया ?
‖✓‖ अपने अनुभवों के आधार से अनेकों को °अनुभवी° बनाया ?
‖✓‖ अपने °संकल्प, बोल और कर्म° द्वारा अनेको का परिवर्तन किया ?
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∫∫ 2 ∫∫ विशेष पुरुषार्थ (Marks:-10)
‖✓‖ नंबरवन बिज़नेसमैन बन °एक एक सेकंड व संकल्प में कमाई° जमा की ?
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∫∫ 3 ∫∫ विशेष अभ्यास (Marks:-10)
‖✓‖ बापदादा द्वारा जो °अविनाशी, अखुट और बेहद का खजाना° मिला है... सदा उसी खजानों की प्राप्ति में एकरस और संपन्न स्थिति का अनुभव किया ?
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∫∫ 4 ∫∫ स्वमान का अभ्यास (Marks:-10)
➢➢ मैं पदमपति आत्मा हूँ ।
✺ श्रेष्ठ संकल्प / कर्मयोग / योगाभ्यास :-
❉ नम्बरवन बिजनेसमैन बन एक एक सेकेण्ड वा संकल्प में कमाई जमा करने वाली मैं पदमपति आत्मा हूँ ।
❉ सेवा में स्वयं को बिज़ी रख मैं माया के हर तूफान से बची रहती हूँ ।
❉ बाप द्वारा मिले सर्व खजानो को सर्व आत्माओं पर लुटा कर मैं भविष्य 21 जन्मों के लिए श्रेष्ठ प्रालब्ध बना रही हूँ ।
❉ बाबा द्वारा मिले वरदानों को अपने शुभ संकल्पों द्वारा, वरदाता बन, पूरे विश्व को दान दे, असीम तृप्ति का अनुभव करती रहती हूँ ।
❉ हर सेकण्ड वा संकल्प को सर्व आत्माओं के कल्याण्यार्थ लगा कर मैं पदमो की कमाई जमा करती जाती हूँ ।
❉ मन बुद्धि को सेवा के नये नये प्लैन बनाने में बिज़ी रख मैं व्यर्थ चिंतन से मुक्त होती जाती हूँ ।
❉ अपने सम्बन्ध संपर्क में आने वाली हर आत्मा को मैं बाप के स्नेह का अनुभव करवा कर, सबकी स्नेही बनती जा रही हूँ ।
❉ अपने हर संकल्प, बोल और कर्म को फलदायक बनाने वाली मैं रूहानी प्रभावशाली आत्मा हूँ ।
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∫∫ 5 ∫∫ सार - ज्ञान मंथन (Marks:-10)
➢➢ "इस सहज मार्ग में मुश्किल का कारण और निवारण"
❉ ज्ञान और योग का मार्ग जो परमात्मा बाप हमे सिखला रहें हैं वह एक दम सहज है ।
❉ क्योकि एक तो महारथी निमित आत्माओं ने अनुभवों द्वारा सेवा कर हमे भी अनुभवी बना दिया है ।
❉ दूसरी बात आदि से अंत तक का ज्ञान बापदादा एक कहानी के रूप में सुनाते है और कहानी सुनना और सुनाना तो बहुत सहज होता है ।
❉ तीसरी बात बाप जो सुना रहे हैं वह हमने पहले भी अनेक बार सुना है तो कई बार सुनी बात को रिपीट करना बहुत सहज होता है ।
❉ किन्तु फिर भी इस सहज मार्ग में मुश्किल का कारण हमारी अपनी ही कमजोरी है । पुराने संस्कार इस सहज मार्ग को मुश्किल बनाते हैं ।
❉ दूसरा समय पर प्वाइंट टच नही होती इस कारण मुश्किल लगता है । इसके लिए एक तो ड्रामा शब्द को बुद्धि में रख हाई जम्प दो और दूसरा स्वयं को चेक और चेंज करते रहो तो निवारण हो जायेगा ।
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∫∫ 6 ∫∫ मुख्य धारणा-ज्ञान मंथन(Marks-10)
➢➢ अपने अनुभवों के आधार से अनेकों को अनुभवी बनाना है ।
❉ बाबा जैसे प्यार का सागर है व बाबा का हर बच्चा मास्टर प्यार का सागर है । तो हमें भी हर किसी आत्मा के साथ चाहे वो कितनी भी गलती करे साक्षी भाव रखते हुए उसके साथ प्यार से रहना है ताकि उसे ये अनुभव हो कि ये कितने प्यारे व मीठे बच्चे हैं।
❉ जैसे बाबा सुख का सागर है व अपने हर बच्चे को मास्टर सुख सागर बनाते हैं । हम बच्चे हर समय बाबा का साथ अनुभव कर सुखी रहते हैं तो हमें भी कोई दुखी आत्मा हमारे पास आए तो अपनी पावरफुल स्थिति से उसे सुख के वायब्रेशनस देकर सुख का अनुभव कराना है ।
❉ बुद्धि की लाइन क्लीयर रख एक बाप से ही कनेक्शन जोडना है व लगन में मगन रहना है । तभी स्वयं अनुभवीमूर्त बन दूसरों को अनुभव कराना है ।
❉ बाबा जो ज्ञान देते श्रीमत प्रमाण ज्ञान की एक एक प्वाइंट धारण कर अनुभव करना है स्वयं अनुभव करेंगे तभी दूसरों को करा पायेंगे ।
❉ हम सर्वशक्तिमान बाप के बच्चे मास्टर सर्वशक्तिवान है । यदि स्वमान में रहेंगे तो कोई समस्या आ नही सकती व सदा सफलतामूर्त बन जायेंगे । परिस्थिति में मूझना नही है सदा खुश रहना है । हमें खुश देख औरों को भी खुशी की अनुभूति होगी ।
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∫∫ 7 ∫∫ वरदान - ज्ञान मंथन (Marks:-10)
➢➢ नंबरवन बिज़नसमैन बन एक-एक सेकंड व संकल्प में कमाई जमा करने वाले पदमपति बन जाते है... क्यों और कैसे ?
❉ बाबा सच्चा सौदागर है, हमसे पुरानी चीजो के बदले हमें नयी दुनिया का राज्य देने आये है। कोडी लेकर पदमा पदमपति बनाते है।
❉ बाबा कहते "तुम्हारे हर कदम में पदम है", जो भी कदम हम श्रीमत प्रमाण ईश्वरीय सेवा अर्थ उठाते है वह एक-एक कदम में हमारी पद्मो की कमाई जमा होती है।
❉ यह बहुत भारी व्यापार है, बाबा से हम अभी व्यापार करते है, यहाँ हर सेकंड हर संकल्प से हमारी कमाई जमा होती है, इसलिए सदा अच्छे बिजनेसमैन की तरह अपनी कमाई का ध्यान देना चाहिए कही घाटा न पद जाये।
❉ पदमा पदमपति बनने के लिए अपने हर संकल्प पर ध्यान देना चाहिये, एक सेकंड भी कमाई किये बिना निकल न जाये, इस एक जन्म में ही हमें 21जन्मो की कमाई जमा करनी है।
❉ सदा अपनी कमाई का ही ओना लगा रहे, नंबरवन बिजनेसमैन बनकर एक के बदले पदम गुणा मिलने की लोटरी जरुर लेनी है, बहुत ख़बरदार रहना है अपना घाटा नहीं करना है।
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∫∫ 8 ∫∫ स्लोगन - ज्ञान मंथन (Marks:-10)
➢➢ जो मंगता है वो ख़ुशी के खजाने से सम्पन्न नही हो सकता... क्यों ?
❉ सन्तुष्टता की विशेषता व्यक्ति को प्रसन्न रखती है और जो मंगता है वह कभी भी संतुष्ट नही रह सकता इसलिए वह ख़ुशी के खजाने से कभी भी सम्पन्न नही हो सकता ।
❉ जो इच्छा मात्रम अविद्या नही बनते वो हमेशा किसी ना किसी इच्छा को पूरा करने के लिए किसी ना किसी से कुछ ना कुछ मांगते रहते हैं इसलिए वे कभी भी ख़ुशी के खजाने से सम्पन्न नही रहते ।
❉ हद के नाम, मान और शान में फंसा व्यक्ति सदैव भौतिक वस्तुओं में ही सुख तलाश करता है और इन भौतिक वस्तुओ को ही परमात्मा से मांगता रहता है इसलिए वास्तविक ख़ुशी के खजाने से सदैव वंचित रहता है ।
❉ मास्टर दाता बन सबको सुख देने वाले सहज ही सबकी दुआओं के पात्र बन जाते है और दुआयों का प्रत्यक्ष फल ख़ुशी के रूप में उन्हें स्वत: ही प्राप्त होता रहता है किन्तु मांगने वाले ख़ुशी के खजाने से सदैव ख़ाली रहते हैं ।
❉ मांगने वाले सदैव पांच तत्वों से बने इस शरीर रूपी प्रकृति के अधीन रहते है और यह अधीनता आत्मा को विनाशी इन्द्रिय सुख में धकेल , उसे अविनाशी अतीन्द्रिय सुख की अनुभूति से वंचित कर ख़ुशी के खजाने से सम्पन्न नही होने देती ।
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⊙_⊙ आप सभी बाबा के प्यारे प्यारे बच्चों से अनुरोध है की रात्रि में सोने से पहले बाबा को आज की मुरली से मिले चार्ट के हर पॉइंट के मार्क्स ज़रूर दें ।
♔ ॐ शांति ♔
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