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  27 / 07 / 17  

       MURLI SUMMARY 

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❍   ज्ञान के मुख्य बिंदु   ❍

 

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➢➢  *पावन को सेन्सीबुल, पतित को नानसेन्सीबुल कहा जाता है। इस बेहद की बात को कोई जानते नहीं हैं।* यह तो बिल्कुल सिम्पुल है। सिर्फ बोले हाँ बरोबर हमारा पिता है। *पिता से तो जरूर बिगर कोई खर्चा बच्चे को वर्सा मिलना चाहिए। बच्चा पैदा होता है और वर्सा मिल जाता है। लौकिक बाप से बच्चे को वर्सा मिलता ही है जीवनबन्ध का*।

 

➢➢  *भक्ति मार्ग में यात्राओं पर मनुष्य बहुत धक्के खाते हैं। उनमें पण्डे भी रहते हैं या कोई धर्माऊ पुरुष धक्के खिलाते हैं। पैसे भी बहुत खर्च करते हैं, मिलता तो कुछ भी नहीं है। तुम एक सेकेण्ड में जीवनमुक्ति पाते हो।*

 

➢➢  *जनक को सेकेण्ड में जीवनमुक्ति मिली। यह सिर्फ गाते रहते हैं, कोई को पता नहीं।* भल अष्टावक्र गीता में है, परन्तु उससे कोई समझ नहीं सकते। दन्त कथायें हैं। *तुम यह जानते हो विश्व के मालिक जीवनमुक्त देवतायें थे। भारत में ही जीवनमुक्ति होती है*।

 

➢➢  *यह एक ही बाप है जिसको पतित-पावन कहा जाता है। कहते भी हैं ना हेविनली गॉडफादर। तो उससे ही हेविन का वर्सा मिलना चाहिए। हेविन कहा ही जाता है नई दुनिया को।*

 

➢➢  *ब्रह्माकुमार कुमारियों को वर्सा मिलता है दादे का। स्वर्ग का रचयिता कोई ब्रह्मा नहीं है।* तुम्हारा गुरू तो कोई ब्रह्मा नहीं है। *सतगुरू तो है ही एक। यह ब्रह्मा भी उससे सीखते हैं। ऐसे नहीं कि सीखकर वह चला जायेगा तो हम गद्दी पर बैठ जायेंगे। नहीं, ऐसा होता नहीं है, सतगुरू एक ही है*।

 

➢➢  *कितनी बच्चियाँ घर बैठे लिखती हैं कि बाबा हम तो आपके हो गये। कभी देखा भी नहीं, मिली भी नहीं। लिखती हैं बाबा हम आपके हैं। आपसे वर्सा हम लेकर ही रहूँगी। मार भी खाती रहती हैं। ऐसी बच्चियाँ बहुतों से आगे जा सकती हैं।* तुम तो मार भी नहीं खाते हो तो भी यह सर्विस नहीं करते हो। बाबा की भी सुनी अनसुनी कर देते हैं।

 

➢➢  *पुरानी दुनिया का तो महा-विनाश सामने खड़ा है। जितना देरी होती जायेगी, मनुष्यों को विनाश का निश्चय आता जायेगा।* मनुष्यों को दिल में आता भी जा रहा है। समझते हैं कल भी लड़ाई छिड़ सकती है। यह भी समझते हैं मौत सामने खड़ा है।

 

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❍   योग के मुख्य बिंदु   ❍

 

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➢➢  *समझो ब्रह्मा चला जाता है तो भी तुमको याद तो शिवबाबा को करना है। शरीर तो छूटेगा ही। बाबा से तुम एक सेकेण्ड में जनक मिसल जीवनमुक्ति पाते हो।*

 

➢➢  कोई बहुत धनवान हैं, बच्चे नहीं हैं। एडाप्ट करते हैं। बच्चे का कोई खर्चा लगा? कुछ भी नहीं। *यहाँ भी बाप पूछते हैं बाप का बनने से कोई खर्चा लगता है? बस बाबा मैं आपका हूँ। सिर्फ बाप की पहचान मिली, जिनके लिए बाप युक्तियां बतलाते रहते हैं।*

 

➢➢  *तुम बाप के बनते हो क्या खर्चा हुआ। सिर्फ बुद्धि से ही निश्चय किया कि मैं आपका हूँ।* समझते हैं बाप से स्वर्ग की बादशाही मिलती है। बाप स्वर्ग का रचयिता है। वर्सा मिलता है हेविन की बादशाही। निश्चय की बात है ना। पाई भी खर्चा नहीं करो। *याद से ही तुम हीरे जैसा बन जायेंगे।*

 

➢➢  *बाप कहते हैं सिर्फ बाप और वर्से को याद करो। छोटे बच्चे को तो बुद्धि में नहीं रहता है। जब बालिग होता है तब बुद्धि में रहता है। तुम्हारे तो आरगन्स बड़े हैं। सेकेण्ड में जीवनमुक्ति मिलती है। जानते हो बाबा हमें स्वर्ग का वर्सा देते हैं।*

 

➢➢  *अल्फ और बे, बाप और बादशाही को याद करो। मनमनाभव का अर्थ ही यह है।* बाकी तो सब है डिटेल।

 

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❍   धारणा के मुख्य बिंदु   ❍

 

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➢➢  *बच्चों को भी सबूत देना है। आज हमने कितनों का कल्याण किया।* कल्याण करने लिए घूमना पड़ता है। बाप कल्याणकारी है। *बच्चों को भी कल्याणकारी बनना है।*

 

➢➢  शिवबाबा कहते हैं *सिर्फ मुझे ही याद करो। किसी देहधारी को याद नहीं करना है। देहीअभिमानी बनना है*। देहधारी तो सब मरे पड़े हैं। बाप कहते हैं *मामेकम याद करो*।

 

➢➢  स्वर्ग में भी नम्बरवार पद तो हैं ना। ज्ञान से फिर आपेही समझ जायेंगे कि हमको क्या करना है। यहाँ पैसे आदि की कोई बात नहीं। *बाबा हमेशा बच्चों को कहते हैं - मांगने से मरना भला।* बाप से वर्सा पा लिया फिर मांगते क्यों हो?

 

➢➢  तुम भी बतलाते हो हम प्रजापिता ब्रह्माकुमार कुमारियां हैं तो शिवबाबा के भी बच्चे हैं। बस *सिर्फ बाप और वर्से को याद करो* तो वर्से के हकदार बन स्वर्ग का मालिक बन जायेंगे।

 

➢➢  *धर्मस्थापना अर्थ धक्का भी खाना पड़ता है।* यहाँ तो है ही रावण का आसुरी राज्य। समझदार है तो एक गॉड फादर। बाकी सबको रावण ने नान सेन्सीबुल बना दिया है। अब यह तो ईश्वर बाप है। हम सब उनसे सीखकर सद्गति को पाते हैं।

 

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❍   सेवा के मुख्य बिंदु   ❍

 

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➢➢  *भक्ति मार्ग में बहुत खर्चा होता है। बिचारे मनुष्य बाहर बहुत धक्के खाते रहते कितने दु:खी होते हैं। कितने तो आधा से लौट भी आते हैं। गरीब बिचारे बहुत भटकते हैं। उन बिचारों पर तरस पड़ता है। उन्हों को छुड़ायें कैसे। इसमें युक्तियां बहुत चाहिए। हम तुमको ऐसी यात्रा सिखलाते हैं जो कब दूसरी यात्रा करनी न पड़े, मनमनाभव - यह कोई बताने वाला भी चाहिए। यात्रियों के पिछाड़ी लग जाना चाहिए। बड़ी शुरुड बुद्धि चाहिए।*

 

➢➢  *हम लिखते भी हैं तुम जीवनमुक्ति पा सकते हो। कौड़ी भी खर्चा करने बिना तुमको बादशाही मिल जायेगी। तुम कितने धक्के खाते हो। हम कितना सहज बाबा से वर्सा ले रहे हैं। तुम गॉड फादर के बच्चे हो तो तुमको तो स्वर्ग में आना चाहिए। यहाँ तुम नर्क में क्यों पड़े हो। कोई को भी प्यार से समझाना चाहिए- पतित-पावन ज्ञान के सागर से आपका क्या सम्बन्ध है।*

 

➢➢  *बाबा फर्स्टक्लास बात सुनाते हैं- प्लास्टिक पर छोटे कार्ड छपवा लो। सेन्सीबुल जो बच्चे हैं वह बाबा को कार्ड छपाकर दिखावें। अच्छे पोस्ट कार्ड हों जो कहाँ भी भेज सकें। कार्ड में यह अक्षर डालने हैं - बताओ पारलौकिक परमपिता परमात्मा से आपका क्या सम्बन्ध है? परमपिता, वह तो बाप है ना।* तीर्थों पर तो धक्के ही खाते रहते हैं। *तुम लिख भी सकते हो कि जन्म - जन्मान्तर के धक्कों से छूटना चाहते हो तो यह पहेली हल करो। यह एक ही पहेली हल करो तो एक सेकेण्ड में बिगर कौड़ी खर्चा जीवनमुक्ति मिल सकती है।*

 

➢➢  *सिर्फ बाबा की मुरली सुना फिर जाकर सुनाया - यह कोई बड़ी बात नहीं है। किसको क्या बोलना चाहिए, क्या करना चाहिए। ट्रेन में यात्रा करने जाते हैं। क्या युक्ति निकालें, बाबा जैसी युक्ति बतलाते हैं वह कोई अजुन अमल में नहीं लाया है। घर में बैठ किसी को समझाया, यह कोई बड़ी बात थोडेही है।*

 

➢➢  *बाबा अक्षर तो देते हैं। कोई बुद्धिवान बच्चा हो जो ठीक रीति लिखकर आवे और अच्छा छपाकर भेजे।* बड़े शहरों में काम झट हो सकता है। *बहुत सुन्दर प्लास्टिक के कार्ड हो, उसमें त्रिमूर्ति का ठप्पा लगावें, न लगावें। बाबा युक्तियां बहुत अच्छी बताते हैं*।

 

➢➢  *बच्चे सर्विस बहुत कर सकते हैं। बहुत चांस है। मन्दिरों आदि में भी यह कार्ड ले जाकर समझा सकते हो। कोई काम करके दिखावे।* बाबा जो युक्ति बताते हैं, बड़ा ही इज़ी है। *बाबा जांच करते रहते हैं। देखें कहाँ से समाचार आता है कि 10-20 से यह प्रश्न पूछा। एक से प्रश्न पूछेगे तो 10 सुनेंगे।*

 

➢➢  *तुम किसको भी समझा सकते हो कि अल्लाह को याद करो, अल्लाह के घर जाने के लिए। वहाँ से ही तुम आये हो।* अब बाप को याद करो। नन बट वन। *नन्स को ही समझाना पड़े। तुमको याद करना है - गॉड को। क्राइस्ट ने भी उनको याद किया है।*

 

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