आ तुझको मैं
इतना प्यार दूँ
सारी दुनिया तुझ पर वार दूँ
पतवार तूँ दे दे मेरे हाथों में
तुझे भवसागर से उतार दूँ
आ तुझको ....
मेरी श्रीमत का तूँ हाथ पकड़
माया की मिट जायेगी जकड़
भूल जा कलयुग का पतझड़
सतयुग की तुझको बहार दूँ
आ तुझको ....
आया हूँ मैं तेरी पुकार पर
तुझे अपना बच्चा जानकर
जीत ले तूँ माया को अगर
अपना दिल तुझ पर हार दूँ
आ तुझको ....
विनाशी सुख की आस न कर
किसी देहधारी से प्यार न कर
मेरे संग तय कर ले ये सफर
सुख शांति भरा संसार दूँ
आ तुझको ....
तूँ मेरे कहने पर ही चल
खुद को ले तूँ पूरा ही बदल
रात ये दुःख की जाएगी ढल
खुशियों के तोहफे हजार दूँ
आ तुझको ....
ॐ शांति !!!