22-12-15
बाबा पोएम
बाप दादा का दिल कहलाता प्यार
का समन्दर
सब बच्चे समा सकते हैं बाप के दिल के अंदर
दिल की लगन से बच्चे करते दिलाराम को याद
बाबा को वतन से खींच लाती है बच्चों की याद
बच्चों की है एक तमन्ना बाबा संग घर चलने की
इसके लिए जरूरत है बच्चों को पूरा बदलने की
बाबा कहते सुधारो बच्चों अपनी टूटी फूटी याद
दृढ़ निश्चय के साथ करो मुझे तुम निरन्तर याद
बदल डालो तुम याद की मेहनत को मोहब्बत में
दैहिक बन्धन छोड़कर रहो बाप की सोहबत में
टिके रहो सदा तुम अपनी निराकारी अवस्था में
वक्त नहीं गँवाओ तुम लौकिक कार्य व्यवस्था में
देकर अपने बोझ बाप को पुरे हल्के बन जाओ
अपनी दिव्य चलन से फ़रिश्ता रूप अपनाओ
कभी ना रुकना तुम चल पड़े हो जिस पथ पर
सेवा अर्थ सवारी करो तुम अपने देह के रथ पर
अपनी पवित्रता की शक्ति कर्मेन्द्रियों से झलके
पवित्रता के बल से रख दो संसार को बदल के
अपनी प्यारी दुनिया को तुम्हें ही स्वर्ग बनाना है
स्वर्ग बनाकर इस जग में दैवी राज्य बसाना है
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!