बाप तुम्हें बनाते "किंग ऑफ़ फ्लावर्स"
विकारों की बदबू निकाल बनना खुशबूदार
इसके लिए करना अन्तर्मुखी का पुरुषार्थ
एक सेकंड में हो जाओ शरीर से डिटैच
सन्नाटा छा जाये.. न हो कोई देह में चुरपुर
बाप सामान बनना विश्व-कल्याणकारी
आँख धोखा न दे ...संभाल करनी
कर्मेन्द्रियों की सदा जांच रखनी
अपनी संकल्प,वाणी और हर कार्य को सेवाधारी समझ सेवा में लगाना
ज्ञान ,गुणऔर शक्तियों के ख़ज़ाने को सेवा में सहयोगी बनाना
सहयोगी से बनते.... सहजयोगी और महादानी
सर्व आकर्षण से बनना मुक्त तो बनो बेहद के वैरागी
ॐ शांति!!!
मेरा बाबा!!!