17-09-15
मुरली कविता
आत्मा पर चढ़ी कट को कैसे उतारना
.. करना ख्याल
कट लगी सुई को चुम्बक.... खीँच नही सकता
पुरुषोत्तम संगम युग पर टाइम नही करना वेस्ट
याद का अभ्यास कर,कर्मबंधन से मुक्त हो.... बनना कर्मातीत
पढ़ाई और श्रीमत पर देना पूरा ध्यान
अपना कैरेक्टर सुधार ...करना अपने पर रहम
याद में रह आत्मा की उतारनी जंक
वृत्ति से वृत्तियों का ,संकल्प से संकल्पों का करना परिवर्तन
यह विधि ही बना देती सिद्धि -स्वरुप
समय के धोखे से बचना...तो करते रहो समय सफल
ॐ शांति!!!
मेरा बाबा!!!