24-09-15 मुरली कविता


बाप आया देने पुराने भक्तों को... भक्ति का फल
'ज्ञान' है भक्ति का फल उससे ही होती फिर सद्गति
जो बच्चे नही करते सर्विस,वो अपनी तकदीर करते शूट
पढ़ाई में अच्छा होशियार बनना,पढ़ाने वाले टीचर का रखना रिगार्ड
अमूल्य जीवन है,अच्छे से पढ़ ऊँच पद पाना
अपने पर आपेही रहम करना,दूसरों का भी करना कल्याण
अपने को सुधारना और बनना सिविलाइज्ड    
श्वांशो श्वांश सेवा में लग्न हो मग्न रहना
विश्वकल्याण में ही स्व का कल्याण समाया
इच्छाये जब होंगी कम.. तब समस्या भी होंगी कम

ॐ शांति!!!
मेरा बाबा!!!