03-11-15 मुरली कविता


वैल्यूबल टाइम को व्यर्थ में नही करो वेस्ट
पात्र को देख कर दो.. ज्ञान का दान
ज्ञान दान देते रहो तो हो गुणों की धारणा
चलन भी सुधरेगी..ख़ुशी भी होगी प्राप्प्त
कुछ भी हो जाए भावी समझ रहना शांत
नम्रता और प्यार से बाप का देना परिचय
खुदाई खिदमतगार हो, खुदा की दी हुई है सेवा
जिसने कार्य दिया,उसको कभी भूला नही जाता
तो सहज याद बनाती सहजयोगी
गॉडली स्टूडेंट की स्मृति रहे तो माया भाग जायेगी

ॐ शांति!!!
मेरा बाबा!!!