14-12-15 मुरली कविता


बाप आया तुमको देने बेहद की जागीर
तो ऐसे मीठे -बाबा को याद कर बनो पावन
विनाश का समय आया नज़दीक
पुरानी दुनिया नयी में जायेगी बदल
बुहतों को होंगे साक्षात्कार,
हमारा बाबा आ गया
सद्गति दाता से मिलने आयेंगे बहुत
अखबारों में होगा बहुत प्रचार
आत्म अभिमानी बनेंगे ,अती- इन्द्रीय सुख होगा अनुभव
अंतिम हाहाकार के सीन देखने के लिये बनो महावीर
सेवा के साधनो में हो याद की शक्ति और जौहर तब होगी सच्ची सफलता
सच्चा- सेवाधारी वो जो निर्बल में बल भरता
और क्वालिटी वाली आत्मायें निकलता
हर परिस्थिति को उड़ती कला का समझो साधन और रहो उड़ते सदा


ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!