31-07-15 मुरली कविता


पढ़ाई से मिलती है राजाई,तो रखो यह फिक्र
अच्छी रीति पढ़ देना स्वयं को ही राजतिलक
लक्ष्मी-नारायण जैसा बनने का करना पुरुषार्थ
पढ़ाई है बहुत सहज,इसकी नही कोई फ़ीस
हिम्मत रख पढ़ाई पढ़नी,होना नही दिलशिक्स्त्
पुरुषार्थ कर पाना है उंच पद
हर सेकण्ड में पद्मों की कमाई करनी ज़मा
संकल्प,ज्ञान,स्थूल धन रूपी ख़ज़ाने को करना सफल
स्वयं प्रति व् सेवा प्रति लगा कर बनना भाग्यशाली पद्मापद्म
दिल के स्नेह से सहयोग प्राप्त होता सहज


ॐ शांति!!!
मेरा बाबा!!!