11-12-15 मुरली कविता
आत्मा रूपी चाबी से यह शरीर चलता
निर्भय रहना तो अपने को करो निश्चय आत्मा
आत्मा रूपी कठपुतली को आया बाबा रास्ता बताने
श्रीमत की चाबी लगा ऊपर ले जाने
आत्मभिमानी रहने का करो पुरुषार्थ
पॉवर हाउस से आत्मा बैटरी का योग लगाओ
ज्ञान रत्न चुगने ,पत्थर छोड़ो
देह-अभिमान की कड़ी बीमारी को भगाओ
निमित्त आत्माओं को संगम पर मिलती शक्ति
यह है प्रत्यक्षफल जिससे हर परिस्थिति पर विजय मिलती
समर्थ बाप के साथ से होते व्यर्थ से फिर मुक्त
पास विद हॉनर वाले करते पास्ट को पास
और बाप के सदा रहते पास
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!