21-01-16 मुरली कविता


विश्व का मालिक बनना तो चलो श्रीमत पर
मोस्ट बिलवेड बाप का है यह फरमान
मनुष्य कहते परमात्मा है अखण्ड ज्योति
फिर यह भी कहते वो नाम रूप से है न्यारा
बाप फिर आकर देते अपनी यथार्थ पहचान
पारलौकिक बाप से जोड़ने सर्व सम्बन्ध
खुशबूदार फूल बन जाना स्वर्ग
सुखदाता बाप को करना प्यार से याद
एक बाप से रिश्ता पक्का हो तो बनो फरिश्ता
बुद्धि से सब रस्ते कर दो ब्लाक
उमंग-उत्साह से करनी सेवा
यही सेफ्टी का है साधन

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!