22-01-16 मुरली कविता


विश्व पावन दुनिया में जाना तो काम महाशत्रु पर पाओ जीत
कामजीत ही बनता जगतजीत
हंस कभी किसी को नही देते दुःख
बगुले होते विकारी देते सबको ही दुःख
पारस बुद्धि बन सबकों पारस बुद्धि बनाना
डर्टी दुनिया को भूलना
इच्छा मात्रम् अविद्या बनना
पवित्रता है सबसे उंच कैरक्टर
पवित्र बन खुद को सुधारना
सभी बोझ बाप हवाले कर.. हो जाना हल्का

मुश्किल का सहज साधन...बाप और साथ
सच्चा हो पुरुषार्थ करो तो एक्स्ट्रा मदद का होगा अनुभव

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!