13-09-16 मुरली कविता


बाप भरकर मन में पूरा जोश ईश्वरीय ज्ञान सुनाओ
शिव बाबा पढ़ाते हमें यह रूहानी नशा चढ़ाओ
अपने भविष्य सम्पूर्ण स्वरूप का चित्र बनवाओ
योगी जीवन के चित्र के संग उसको भी लगाओ
केवल इनकी स्मृति ही तुम्हें माया से बचाएगी
सम्पूर्णता की मंजिल सहज तुम्हें मिल जाएगी
भक्ति मार्ग के अंधियारे की बीत गई अब रात
ज्ञान की हो गई भोर सुनो शिव बाबा की बात
कलियुग को सतयुग में बाबा बदलकर जाएगा
लेकिन पहले बच्चों को सम्पूर्ण पावन बनाएगा
आत्माभिमानी बनने की बच्चों मेहनत कर लो
मेरी याद में रहकर तुम भवसागर से उतर लो
देकर शुभकामना सबक करते जाओ सम्मान
स्वर्ग में ऊंच पद पाना तब हो जायेगा आसान
मानव मत को छोड़कर ईश्वरीय मत अपनाओ
अपने मन पर ईश्वरीय ज्ञान का नशा चढ़ाओ
सेवा में जो बन जाते तन मन धन से सहयोगी
सहज योगी बनकर वो कहलाते निरन्तर योगी
संगम में जिसने अपनी सहनशक्ति को बढ़ाया
उसने ही फिर आने वाले स्वर्ग का राज्य पाया

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!