23-02-16
मुरली कविता
अभी अमरलोक की हो रही स्थापना
वह है वाईसलेस वर्ल्ड..वहाँ नही होता दुःख
बाप अभी कराते बर्थ कण्ट्रोल
अनेक धर्म का विनाश कर ..एक सत धर्म करते स्थापित
जिससे आत्मा थोड़ी रह जाती,बाकि जाती मुक्तिधाम
विष्णुपुरी जाना तो अशुद्ध खान -पान का करना त्याग
सम्पूर्ण पावन बनना ..अर्थात एक बाप दूसरा न कोई
ओर संग तोड़ एक संग जोड़ना
यही वायदा निभाना माना सम्पूर्ण वफादार बनना
सत्यता की स्वः स्थिति..परिस्थिति में भी बनाती सम्पूर्ण
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!