09-06-16 मुरली कविता


बाबा ही केवल करते निष्काम सेवा
बाकि हम सबको हर कर्म का मिलता अवश्य फल
नई राजधानी की स्थापना होनी है सर्टेन
विनाश से होगी पुरनी दुनिया समाप्त
तन-मन-धन से करनी आदि देवी-देवता -धर्म की स्थापना
पवित्र बनने से ही मिलता स्वर्ग का वर्सा
चलते-फिरते रहे बाप के साथ का कनेक्शन
इस अटूट कनेक्शन से माया को आयेगी करंट
जिससे बनेगे मायाजीत और होगी विजय
तपस्वी वह जो अच्छे -बुरे कर्म के प्रभाव के बंधन से भी है मुक्त

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!