16-03-16 मुरली कविता


पाप की दुनिया से ले जाना पुण्य की दुनिया
ऐसे सच्चे बनना सैल्वेशन आर्मी
सबकेँ डूबे बेड़े को लगाना पार
निश्चय हो बिलवेड बाप दे रहे स्वर्ग का वर्सा
भूलने से हो जाता माया का वार
निश्चय बुद्धि वाले करते पावन बनने का पुरुषार्थ याद में रह लेनी स्कॉलरशिप
किसी प्रकार की नही करनी हिंसा
पास विद रिस्पेक्ट हो सजाओं से बचना
बाप की विल का अधिकार ले बनना पावरफुल
अतीइंद्रिय सुख का पाना अटल अखण्ड स्वराज्य
मेरापन लाता बुद्धि का फेरा
तो मैं और मेरेपन से रहना मुक्त
 

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!