16-01-16 मुरली कविता


इस रथ का रखो पूरा-पूरा रिगार्ड
करो नही मिथ्या अहंकार
जो देते सुख,चलन होती देवता समान
वो बनते पद्मापद्म भाग्यशाली
जो देते दुःख वो है दुर्भाग्यशाली
बाप की नही करनी अवज्ञा
सुख दो बनो लायक
आपस में बहुत रखो प्यार
चैतन्य लाइट-हाउस बनो
बुद्धि में पढ़ाई रखो
पास विद ऑनर बनो
जहाँ सर्वशक्तिमान बाप है.. वहाँ नही कोई समस्या
समस्या का करो बर्थ कण्ट्रोल
सम्पूर्णता को लाओ समीप
प्यारे बनने का पुरुषार्थ नही
न्यारे बनने का करो पुरुषार्थ
तो स्वतः बन जाओगे प्यारे

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!