01-07-16 मुरली कविता


बाप जैसा नही कोई निरहंकारी
और निष्काम सेवाधारी
खुद बैठ जाते वो वानप्रस्थ
देकर बच्चों को बादशाही
बाप है दुःख-हर्ता,सुख-कर्ता
देना यह सबको पैगाम
सुखदाता बाप को करो याद,फॉलो करो
तो माया से आधा-कल्प की लिए बच जाओगे
अहंकार नही दिखाना
निश्चयबुद्धि बन श्रीमत पर चलना
तुम हो लॉ मेकर,तो नही करना लॉ ब्रेक
लॉ मेकर इस समय के बनते फिर पीस मेकर
न्यू वर्ल्ड मेकर भी बनना
कर्म करते कर्म के अच्छे-बुरे प्रभाव
में न आना है कर्मातीत बनना

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!