26-01-16 मुरली कविता


एक बाप से ही सुनो,माया के वार से बचो
कदम -कदम श्रीमत पर चलते रहो
रूहानी सर्विस में लगे रहो
यही है उंच पद पाने का आधार
माया पहलवान से नही डरना
ट्रस्टी हो कर रहना
याद का करना अभ्यास
साइलेंस की शक्ति से माया को आने से पहले जानो
मास्टर नॉलेज फुल ,पावरफुल बनो
तो कभी नही हो माया से हार
पवित्रता ही है नवीनता
यही है ज्ञान का फाउंडेशन

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!