05-01-16 मुरली कविता


जिसकी तुमनें आधा-कल्प करी भक्ति ..वो आया तुम्हें अब पढ़ाने
इस पढ़ाई को पढ़ .. तुम देवता बन जाते
योगबल की लिफ्ट करती कमाल..एक सेकंड में सीढ़ी चढ़ जाते
जीवनमुक्ति का मिलता वर्सा,पाप कट जाते सारे
पतित आत्मा पावन सत्तोप्रधान बन जाती
विश्व का मालिक बनना तो बनना सम्पूर्ण निर्विकारी
काम विकार पर पानी जीत
सबकों बाप का देना परिचय,
याद की सच्ची-सच्ची यात्रा सिखलानी
रूहानी सेवाधारी एक सेकंड भी नही करते वेस्ट
मन्सा- वाचा-कर्मणा सेवा कर बनते बेस्ट
समाना और सामना करना.. होता उनका निशाना
वातावरण को शक्तिशाली बनाना तो
छोटी बात को नही करो बड़ा

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!