12-03-16
मुरली कविता
यह पढ़ाई है सोर्स ऑफ़ इनकम
इससे तुम बनते मनुष्य से देवता
21 जन्मों की सच्ची कमाई होती जमा
हेयर नो ईविल सी नो ईविल
श्रीमत में मनमत और परमत नही करो मिक्स
ज्ञान के अलावा जो सुनते वो है दुश्मन
किसी को नही देना दुःख
सर्वगुण करने धारण
श्रीमत से प्राप्त शक्तियों को करामात के बजाये कर्तव्य में करो
प्रयोग
संकल्प शक्ति से दो प्रेरणा,इससे कर्तव्य होते सिद्ध
हलचल में न हो दिलशिक्स्त्
बल्कि रखो बड़ी दिल
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!