01-02-16 बाबा पोएम
बनेंगे हम ब्राह्मण से देवता
चढ़ाओ ये खुमारी
ईश्वरीय सेवा करने से सुधरेगी किस्मत हमारी
हो चुकी है पूरी भक्ति मार्ग की अंधियारी रात
बढ़ो सतयुग की और मारो कलियुग को लात
नर्क को स्वर्ग बनाने का शौक बढ़ाते जाओ
सेवाधारी बनकर हमजिंस को उठाते जाओ
छी छी गन्दी दुनिया के आकर्षण में ना आओ
अपना मन बाबा और वर्सा की तरफ लगाओ
फ़िक्र कैसी जब इस धरती पर स्वर्ग है आना
लेकिन इससे पहले खुद को कर्मातीत बनाना
खुद से और बाबा से खाओ कसम ये आज
इस तन को छोड़कर पहनेंगे सतयुग में ताज
सूरत कैसी भी हो किंतु सीरत में करो सुधार
समझो मैंने तन लिया है सेवा के लिए उधार
निश्चय पक्का करो हमें है कौन पढ़ाने वाला
शिव बाबा हमें जग का मालिक बनाने वाला
उसके सिवाय हमें कोई भी नहीं पढ़ा सकता
राजयोग के पथ पर कोई नहीं बढ़ा सकता
इसी पथ पर चलकर पावन खुद को बनाएंगे
सम्पूर्ण पवित्र बनकर हम कृष्णपुरी में जाएंगे
मनसा वाचा कर्मणा सेवा की लग्न लगाएंगे
लौकिक घर को हम सेवा का स्थान बनाएंगे
करेंगे हर इक त्याग बढ़ाएंगे अपनी तपस्या
अपने योगबल से मिटा देंगे हर इक समस्या
अर्पण होकर बाबा पर दैवी संस्कार जगाएंगे
अपने संग हर आत्मा को भी दिव्य बनाएंगे
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!