19-04-16
मुरली कविता
पावन बनने से रूहानी यात्रा के
बनेंगे लायक
देहि-अभिमानी बच्चे रहते सदा रूहानी यात्रा पर
अभी की कमाई चलती 21 जन्म
इसका नही निकलता देवाला
ज्ञान सुनना और सुनाना है सच्ची कमाई
आत्मा और शरीर दोनों को बनाना पावन
निरोगी बनना तो याद में रहना मज़बूत
दिव्यगुण रूपी ईश्वरीय सम्पत्ति पर है तुम्हारा बर्थ-राईट
बर्थ -राईट नेचुरल रूप में रहे तो मेहनत हो जाये खत्म
हर कर्म स्व-स्थिति में स्थित हो करो तो
सहज ही सफलता के सितारे जायेंगे बन
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!