04-04-16 मुरली कविता


कलयुग को मारनी लात
स्वर्ग तरफ रखना मुहँ
पुण्य -आत्मा बनना तो बनो निर्विकारी
रावण ने भूलें करा बनाया तुम्हें पाप -आत्मा
अब अभुल बन सच्चा वैष्णव बनना
अंतिम जन्म पावन जरूर बनना
मोस्ट बिलवुड बाप को प्यार से करना याद
बाप मिला सब कुछ मिला
हम बाबा के बने.. बाबा भी बना हमारा
त्यागमूर्त और निश्चयबुद्धि बच्चों पर बाप जाते कुर्बान
सहजयोगी वो जिसके हर संकल्प व् कर्म
से बाप के स्नेह के फैले वाइब्रेशन
 

ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!