09-04-16
मुरली कविता
देह-अभिमान का करो द्वार बंद
तो माया के तूफ़ान का आना हो जायेंगा बंद
विशाल बुद्धि वाले सर्विस के बिगर रह नही सकते
बुद्धि में रहेगा सारे विश्व को कैसे डाले घिराव
बहुतों को आप समान बनाने की सेवा करेंगे
संगम पर हर पल सफल कर.. लेनी स्कॉलरशिप
पाँव हो नर्क तरफ,सिर हो स्वर्ग तरफ
देही-अभिमानी बनने की करनी मेहनत
पहले आप बाप पर जाओ कुर्बान
तो माया आप पर हो जायेगी कुर्बान
अभी के सहजयोगी का भविष्य में होगा सहज जीवन
स्वयं के परिवर्तन से अन्य का परिवर्तन करना...यही है देना
जीयदान
ॐ शांति!!!
मेरे बाबा!!!