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AVYAKT MURLI

14 / 05 / 70

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14-05-70 ओम शान्ति अव्यक्त बापदादा मधुबन

 

समर्पण का गुह्य अर्थ

 

आज वतन से एक सौगात लाये हैं। बताओ कौन सी सौगात लाये हैं, मालूम है? अव्यक्त रूप में सौगात भी अव्यक्त होगी ना। आज वतन से दर्पण ले आये हैं। दर्पण किसलिए लाया है? आप सभी जिस विशेष प्रोग्राम के लिए आये हुए हो वह कौन सा है? समर्पण कराने आये हो व सम्पूर्ण होने आये हो? वतन से दर्पण लाया है सभी को अर्पणमय का मुखड़ा देखने के लिए और दिखाने के लिए। समर्पण हो चुके हो? सभी हो चुके हो? इस सभा के अन्दर कौन समझते हैं कि हम समर्पण हो चुके हैं? समर्पण किसको कहा जाता है? देह अभिमान में समर्पण हुए हो। समर्पण वा सम्पूर्ण अर्पण हुए? हाँ वा ना बोलो। देह अभिमान से सम्पूर्ण अर्पण हुए हो? इसमें हाँ क्यों कहते हो? स्वभाव अर्पण हुए हैं? (इसमें पुरुषार्थ है) स्वभाव अर्पण का समारोह कब करेंगे? आप लोग कन्या समर्पण समारोह मनाने आये हो लेकिन बापदादा वह समारोह मनाना चाहते हैं। वह कब मनाएंगे? इसके लिए कहा कि दर्पण ले आये हैं। उसमें तीन बातें देख रहे हैं। एक स्वभाव समर्पण, दूसरा देह अभिमान का समर्पण और तीसरा संबंधों का समर्पण। देह अर्थात् कर्मेन्द्रियों के लगाव का समर्पण। तीन चीज़े दर्पण में देख रहे हैं। जब स्वभाव समर्पण समारोह होगा तब सम्पूर्ण मूर्त्त का साक्षात्कार होगा। और दहेज़ क्या मिलेगा? जब यह सम्पूर्ण सुहाग प्राप्त होगा तो श्रेष्ठ भाग्य का दहेज़ स्वतः ही मिलेगा। अपने सुहाग सदा भाग्य। जो जितना सुहागिन रहते हैं। उतना ही श्रेष्ठ भाग्यवान बनते हैं। सुहाग की निशानी होती हैं बिन्दी। चिन्दी और बिन्दी दोनों ही होती हैं। तो जो सदा सुहागिन हैं उनकी बिन्दी रूप की स्मृति सदा कायम रहती है। अगर यह बिंदी रूप की स्थिति सदा साथ है तो वही सदा सुहागिन है। तो अपने सुहाग से भाग्य को देखो। जितना सुहाग उतना भाग्य। अविनाशी सुहाग तो अविनाशी भाग्य। सदा अपने सुहाग को कायम रखने के लिए चार बातें याद रखनी हैं। कौन सी चार बातें? चार बातों में से कोई एक बात भी बताओ। जैसे स्थूल दहेज़ तैयार करके आये हो ना।

वैसे इसका कौन से पुरुषार्थ का दहेज़ चाहिए। कौन सी चार बातें हैं? एक तो सदैव जीवन का उद्देश्य सामने हो, दूसरा बापदादा का आदेश, तीसरा सन्देश और चौथा स्वदेश। जीवन का उद्देश्य सामने होने से पुरुषार्थ तीव्र चलेगा और बापदादा के आदेश की स्मृति रखकर के पुरुषार्थ करने से पुरुषार्थ में भी सफलता मिलती है। सभी को सन्देश देना है जिसको सर्विस कहा जाता है और अब क्या याद रखना है? स्वदेश कि अब घर जाना है। अब वापस जाने का समय है। समय समीप आ पहुंचा है। इन चार बातों में कोई भी बात की कमी है तो उस कमी का नाम ही कमज़ोर पुरुषार्थी है। कमी को भरने के लिए यह चार शब्द सामने रखो। बापदादा बच्चों को आज एक नया टाइटल दे रहे हैं। लॉ मेकर्स। वह लोग पीस मेकर्स टाइटल देते हैं। लेकिन आज बापदादा सभी बच्चों को टाइटल देते हैं की आप सभी लॉ मेकर्स हो। सतयुगी जो भी लॉ चलने वाले है उसे बनाने वाले आप हो। हम लॉ मेकर्स हैं यह स्मृति में रखेंगे तो कोई भी कदम सोच समझ कर उठाएंगे। आप जो कदम उठाते हो वह मानो लॉ बन रहे हैं। जैसे जस्टिस वा चीफ़ जस्टिस होते हैं वह जो भी बात फाइनल करते हैं तो वह लॉ बन जाता है। तो यहाँ भी सभी जस्टिस बैठे हुए हैं। लॉ मेकर्स हो। इसलिए ऐसा कोई भी कार्य नहीं करना है। जब हैं ही लॉ मेकर्स तो जो संकल्प आप करेंगे, जो कदम आप उठाएंगे, आप को देख सा विश्व फॉलो करेगा। आप लोगों की प्रजा आप सभी को फॉलो करेगी। तो ऐसे अपने को समझ फिर हर कर्म करो। इसमें भी नंबर होते हैं। लेकिन है तो सभी लॉ मेकर्स।

आज बापदादा इस सभा को देख हर्षित हो रहे थे। कितने लॉ मेकर्स इकट्ठे हुए हैं। ऐसा अपने को समझकर चलते हो? इतनी बड़ी जिम्मेवारी समझकर चलने से फिर छोटी-छोटी बातें स्वतः ही ख़त्म हो जाती हैं। स्लोगन भी है जो कर्म मैं करूँगा मुझे देख सभी करेंगे। यह स्लोगन सदैव याद रखेंगे तब ही कार्य ठीक से कर सकेंगे। अपने को अकेला नहीं समझो। आप एक-एक के पीछे आपकी राजधानी है। वे भी आप को देख रहे हैं। इसलिए यह याद रहे कि जो कर्म मैं करूंगा मुझे देख सभी करेंगे। इससे क्या होगा कि सभी के स्वभाव वा संस्कारों का समर्पण समारोह जल्दी हो जायेगा। अब इस समारोह को स्टेज पर लाने के लिए जल्दी-जल्दी तैयारी करनी है। अच्छा

 

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QUIZ QUESTIONS

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      प्रश्न 1 :- बापदादा वतन से जो दर्पण लायें है, उसमे कौन सी तीन बातें देख रहे है ?

 

 प्रश्न 2 :- सुहाग और भाग्य का आपस में क्या संबंध है ?

 

 प्रश्न 3 :- सदा अपने सुहाग को कायम रखने के लिए कौन सी चार बातें याद रखनी हैं ?

 

 प्रश्न 4 :- बापदादा हम बच्चों को "लॉ मेकर्स" टाइटल देकर क्या समझानी दे रहे है ?

 

 प्रश्न 5 :- बापदादा ने सभी के स्वभाव वा संस्कारों का समर्पण समारोह करने की क्या युक्ति बताई है ?

 

       FILL IN THE BLANKS:-    

 

(लॉ, अर्पणमय, कमज़ोर, सभा, मेकर्स, समारोह, बापदादा, शब्द, कन्या, हर्षित, देखने, दिखाने, पीस, पुरुषार्थी, समर्पण)

 

1    वतन से दर्पण लाया है सभी को _____ का मुखड़ा _____ के लिए और _____ के लिए। समर्पण हो चुके हो? सभी हो चुके हो?

 

2    वह लोग _____ मेकर्स टाइटल देते हैं। लेकिन आज _____ सभी बच्चों को टाइटल देते हैं की आप सभी _____ मेकर्स हो।

 

3    आप लोग _____ _____ _____ मनाने आये हो लेकिन बापदादा वह समारोह मनाना चाहते हैं। वह कब मनाएंगे?

 

4    इन चार बातों में कोई भी बात की कमी है तो उस कमी का नाम ही _____ _____ है। कमी को भरने के लिए यह चार _____ सामने रखो।

 

 5  आज बापदादा इस _____ को देख _____ हो रहे थे। कितने लॉ _____ इकट्ठे हुए हैं। ऐसा अपने को समझकर चलते हो?

 

सही गलत वाक्यो को चिन्हित करे:-】【

 

1    :- जो कर्म मैं करूँगा मुझे देख सभी करेंगे।

 

2    :- आप लोगों के राजा आप सभी को फॉलो करेगे।

 

3    :- अव्यक्त रूप में सौगात भी साकार होगी ना।

 

4    :- कलयुगी जो भी लॉ चलने वाले है उसे बनाने वाले आप हो।

 

 5   :- सुहाग की निशानी होती हैं बिन्दी।

 

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QUIZ ANSWERS

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 प्रश्न 1 :- बापदादा वतन से जो दर्पण लायें है, उसमे कौन सी तीन बातें देख रहे है ?

   उत्तर 1 :- बापदादा दर्पण में यह तीन बातें देख रहे हैं...

          ..❶ एक स्वभाव समर्पण।

          ..❷ दूसरा देह अभिमान का समर्पण।

          ..❸ तीसरा संबंधों का समर्पण। देह अर्थात् कर्मेन्द्रियों के लगाव का समर्पण।

 

 प्रश्न 2 :- सुहाग और भाग्य का आपस में क्या संबंध है ?

   उत्तर 2 :- सुहाग और भाग्य का संबंध बताते हुए बापदादा कहते है...

          ..❶ जब यह सम्पूर्ण सुहाग प्राप्त होगा तो श्रेष्ठ भाग्य का दहेज़ स्वतः ही मिलेगा। अपने सुहाग सदा भाग्य।

          ..❷ जो जितना सुहागिन रहते हैं। उतना ही श्रेष्ठ भाग्यवान बनते हैं।

          ..❸ सुहाग की निशानी होती हैं बिन्दी। चिन्दी और बिन्दी दोनों ही होती हैं। तो जो सदा सुहागिन हैं उनकी बिन्दी रूप की स्मृति सदा कायम रहती है। अगर यह बिंदी रूप की स्थिति सदा साथ है तो वही सदा सुहागिन है।

          ..❹ तो अपने सुहाग से भाग्य को देखो। जितना सुहाग उतना भाग्य। अविनाशी सुहाग तो अविनाशी भाग्य।

 

 प्रश्न 3 :- सदा अपने सुहाग को कायम रखने के लिए कौन सी चार बातें याद रखनी हैं ?

 उत्तर 3 :- सदा अपने सुहाग को कायम रखने के लिए यह चार बातें याद रखनी हैं...

          ..❶ एक तो सदैव जीवन का उद्देश्य सामने हो, दूसरा बापदादा का आदेश, तीसरा सन्देश और चौथा स्वदेश।

          ..❷ जीवन का उद्देश्य सामने होने से पुरुषार्थ तीव्र चलेगा और बापदादा के आदेश की स्मृति रखकर के पुरुषार्थ करने से पुरुषार्थ में भी सफलता मिलती है।

          ..❸ सभी को सन्देश देना है जिसको सर्विस कहा जाता है और अब क्या याद रखना है? स्वदेश कि अब घर जाना है। अब वापस जाने का समय है। समय समीप आ पहुंचा है।

 

 प्रश्न 4 :- बापदादा हम बच्चों को "लॉ मेकर्स" टाइटल देकर क्या समझानी दे रहे है ?

 उत्तर 4 :- बापदादा हम बच्चों को "लॉ मेकर्स" टाइटल देकर यह समझानी दे रहे है...

          ..❶ हम लॉ मेकर्स हैं यह स्मृति में रखेंगे तो कोई भी कदम सोच समझ कर उठाएंगे। आप जो कदम उठाते हो वह मानो लॉ बन रहे हैं।

          ..❷ जैसे जस्टिस वा चीफ़ जस्टिस होते हैं वह जो भी बात फाइनल करते हैं तो वह लॉ बन जाता है। तो यहाँ भी सभी जस्टिस बैठे हुए हैं।

          ..❸ लॉ मेकर्स हो। इसलिए ऐसा कोई भी कार्य नहीं करना है। जब हैं ही लॉ मेकर्स तो जो संकल्प आप करेंगे, जो कदम आप उठाएंगे, आप को देख सा विश्व फॉलो करेगा।

          ..❹ आप लोगों की प्रजा आप सभी को फॉलो करेगी। तो ऐसे अपने को समझ फिर हर कर्म करो। इसमें भी नंबर होते हैं। लेकिन है तो सभी लॉ मेकर्स।

 

 प्रश्न 5 :- बापदादा ने सभी के स्वभाव वा संस्कारों का समर्पण समारोह करने की क्या युक्ति बताई है ?

 उत्तर 5 :- बापदादा ने सभी के स्वभाव वा संस्कारों का समर्पण समारोह करने की यह युक्ति बताई है...

          ..❶ इतनी बड़ी जिम्मेवारी समझकर चलने से फिर छोटी-छोटी बातें स्वतः ही ख़त्म हो जाती हैं।

          ..❷ स्लोगन भी है जो कर्म मैं करूँगा मुझे देख सभी करेंगे। यह स्लोगन सदैव याद रखेंगे तब ही कार्य ठीक से कर सकेंगे।

          ..❸ अपने को अकेला नहीं समझो। आप एक-एक के पीछे आपकी राजधानी है। वे भी आप को देख रहे हैं। इसलिए यह याद रहे कि जो कर्म मैं करूंगा मुझे देख सभी करेंगे।

 

       FILL IN THE BLANKS:-    

 

(लॉ, अर्पणमय, कमज़ोर, सभा, मेकर्स, समारोह, बापदादा, शब्द, कन्या, हर्षित, देखने, दिखाने, पीस, पुरुषार्थी, समर्पण)

 

 1   वतन से दर्पण लाया है सभी को _____ का मुखड़ा _____ के लिए और _____ के लिए। समर्पण हो चुके हो? सभी हो चुके हो?

     अर्पणमय / देखने / दिखाने

 

 2  वह लोग _____ मेकर्स टाइटल देते हैं। लेकिन आज _____ सभी बच्चों को टाइटल देते हैं की आप सभी _____ मेकर्स हो।

    पीस / बापदादा / लॉ

 

 3   आप लोग _____ _____ _____ मनाने आये हो लेकिन बापदादा वह समारोह मनाना चाहते हैं। वह कब मनाएंगे?

   कन्या / समर्पण / समारोह

 

 4  इन चार बातों में कोई भी बात की कमी है तो उस कमी का नाम ही _____ _____ है। कमी को भरने के लिए यह चार _____ सामने रखो।

   कमज़ोर / पुरुषार्थी / शब्द

 

 5  आज बापदादा इस _____ को देख _____ हो रहे थे। कितने लॉ _____ इकट्ठे हुए हैं। ऐसा अपने को समझकर चलते हो?

    सभा / हर्षित / मेकर्स

 

सही गलत वाक्यो को चिन्हित करे:-】【

 

 1  :- जो कर्म मैं करूँगा मुझे देख सभी करेंगे।【✔】

 

 2  :- आप लोगों के राजा आप सभी को फॉलो करेगे।【✖】

 आप लोगों की प्रजा आप सभी को फॉलो करेगी।

 

 3  :- अव्यक्त रूप में सौगात भी साकार होगी ना।【✖】

 अव्यक्त रूप में सौगात भी अव्यक्त होगी ना।

 

 4  :- कलयुगी जो भी लॉ चलने वाले है उसे बनाने वाले आप हो। 【✖】

  सतयुगी जो भी लॉ चलने वाले है उसे बनाने वाले आप हो।

 

 5  :- सुहाग की निशानी होती हैं बिन्दी।【✔】