सुबह आँखे खुलते ही ये संकल्प करें।


ओम शांति।

गुड मॉर्निंग बाबा! मैं मास्टर सर्वशक्तिमान हूं! विजयी हूं! मैं भाग्यवान आत्मा हूं! इस संगमयुग में स्वयं परमात्मा मुझे अमृतवेले जगाते हैं! मैं बहुत भाग्यवान हूं! मैं महान आत्मा हूं! स्वयं परमात्मा ने मुझे इस सृष्टि परिवर्तन के कार्य में चुना है! मैं कोटों में कोई और कोई में भी कोई, वह महान आत्मा हूं, जिसे स्वयं परमात्मा ने इस सृष्टि परिवर्तन के कार्य में निमित्त बनाया है! मैं मास्टर सर्वशक्तिमान हूं! स्वराज्य अधिकारी.. अपने कर्म इंद्रियों की मालिक.. मैं परमात्म शक्तियों से भरपूर हूं.. मैं बहुत धनवान हूं! मेरा शरीर संपूर्ण स्वस्थ है.. संपूर्ण निरोगी है.. कंचन काया है.. मैं परमात्मा की संतान बहुत खुश हूं! बहुत सुखी हूं! बहुत भाग्यवान हूं! इस संसार की सर्व आत्माएं बहुत अच्छे हैं। हर आत्मा का अपना अपना रोल है। सर्व आत्माएं परमात्मा की संतान बहुत अच्छे हैं.. मेरे भाई बहन हैं.. वह मुझे परमात्मा का एक फरिश्ता अनुभव करेंगे.. वह मुझसे भरपूर होंगे.. मैं परमात्मा की संतान, मास्टर सर्वशक्तिमान हूं! इस संसार में एक अवतरित फरिश्ता हूं..
मैं मास्टर सर्वशक्तिमान हूं!
आज से मेरे साथ सब कुछ बहुत अच्छा होगा!
मैं बहुत धनवान हूं!
मेरा शरीर संपूर्ण स्वस्थ है!
मेरे सर्व संबंध, रिलेशनशिप्स बहुत अच्छे हैं!
ये सभी 5 संकल्प दो बार दोहराएं... ओम शांति।