बहुत पावरफुल मेडिटेशन जिससे सभी विघ्न, समस्या खत्म हो जाये _ 15 Minute _ Powerful Healing Meditation


ओम शांति।

आज हम विशेष योग करेंगे। यह योग है पवित्रता और शक्ति का। यह योग अभ्यास करने से हमारे जीवन के सभी विघ्न, समस्याएं व बीमारियां समाप्त हो जाएगी। और आत्मा को शक्ति से भरपूर कर, सारे विश्व में शक्तियों की किरणें फैलाने से, हमें दुआएं प्राप्त होती हैं। यह अभ्यास करने से हमारा योग बल बढ़ता है। संसार की सर्व आत्माओं से दुआएं प्राप्त होती हैं। हमारा दुआओं का खाता बढ़ता है। हमारा पुण्य का खाता बढ़ता है। हमें परमात्मा से दुआएं मिलती हैं, ब्लेसिंग्स मिलती है। इन ब्लेसिंग्स से हमारा जीवन निर्विघ्नं बनता है। हम संपूर्ण सुखी बनते हैं। हर कार्य में हमें सफलता प्राप्त होती है। और प्रतिदिन इस अभ्यास को करने से हमें बहुत ही अद्भुत परिणाम मिलते हैं। तो चले शुरू करते हैं।

मस्तक के बीच... मैं आत्मा ज्योति स्वरूप... एक चमकता सितारा... पॉइंट ऑफ लाइट... अभी संकल्प करेंगे- मैं परम पवित्र आत्मा हूं.. पवित्रता मेरी ओरिजिनल नेचर है.. बुद्धि रूपी नेत्र के सामने देखेंगे, फील करेंगे परमात्मा शिवबाबा ज्योति स्वरूप... हमारे सम्मुख.. परमपिता परमात्मा ज्ञान के सागर, परम पवित्र.. सर्वशक्तिमान... अनुभव करेंगे उनसे पवित्रता की गोल्डन किरणें निकल, मुझ आत्मा में समा रही हैं। जैसे एक गोल्डन रंग की तार कनेक्ट हो चुकी है, परमात्मा ज्योति स्वरूप से, मुझ आत्मा ज्योति स्वरूप में... परमात्मा शिवबाबा से गोल्डन किरणों का प्रवाह मुझ आत्मा में हो रहा है... जैसे एक फाउंटेन की तरह किरणें फ्लो होकर मुझ आत्मा में समाती जा रहीं हैं... इन किरणों से मैं आत्मा भरपूर हो रही हूं... परमात्मा की संतान, मास्टर पवित्रता का सूर्य हूं... अभी अनुभव करेंगे- मुझ आत्मा से यह पवित्रता का गोल्डन प्रकाश निकल, संपूर्ण शरीर में फैल रहा है.. ऊपर मस्तिष्क से लेकर नीचे पैरों तक यह किरणों का प्रवाह हो रहा है.. मुझ आत्मा के इस शरीर के रोम रोम में यह किरणें फैल चुकी हैं... जैसे कि यह संपूर्ण शरीर इन किरणों से जगमगा उठा है... संपूर्ण एकाग्र हो जाएंगे इस स्थिति में- मुझ आत्मा से पवित्रता की किरणें सारे शरीर में फैल चुकी हैं.... मैं इस शरीर को पवित्रता की किरणों का दान दे रही हूं, सकाश दे रही हूं... जितना जितना हम शरीर को पवित्रता की किरणों का दान देंगे, उतना हमारा चित्त शांत होगा, कर्म-इन्द्रियाँ शीतल होंगी.. शरीर की बीमारियां नष्ट होती जाएंगी.. अभी अनुभव करेंगे- परमात्मा से लाल प्रकाश निकल मुझ आत्मा में समाते जा रहा है... यह लाल प्रकाश, शक्तियों का प्रकाश, मुझ आत्मा में समाते जा रहा है... मैं आत्मा मास्टर सर्वशक्तिमान, मास्टर ऑलमाइटी... परमात्मा का हमारे साथ कंबाइंड होने से, उनकी शक्तियां हमें स्वतः मिलती रहेंगी... हम निर्विघ्नं बनेंगे.. हमारी स्थिति शक्तिशाली बनी रहेगी.. हर कार्य में हमें सफलता मिलेगी... जहां बाप साथ है, वहां कोई भी नेगेटिविटी कुछ कर नहीं सकती!! अनुभव करेंगे- मैं आत्मा संपूर्ण बाप समान, शक्तिशाली बन चुकी हूं... और मुझ आत्मा से यह शक्तियों की किरणें इस सारे शरीर में फैल रही हैं... ऊपर मस्तिष्क से लेकर नीचे पैरों तक, यह लाल किरणों का प्रवाह फैल चुका है... शरीर के रोम रोम में यह लाल किरणें समा चुकी हैं... मेरा सूक्ष्म शरीर और स्थूल शरीर शक्तिशाली बन चुके हैं... शरीर की सब बीमारियां नष्ट हो चुकी हैं... अनुभव करेंगे- यह किरणें मेरे सुक्ष्म शरीर को घेरे हुए, बाहर एक ऑरा बना चुकी है.. इस ऑरा में मैं सदा निर्विघ्नं हूं... परमात्मा का यह सुरक्षा कवच हमारे साथ हमेशा रहेगा... कोई भी नेगेटिविटी हमें टच नहीं कर सकती, छू नहीं सकती... मैं परमात्मा की संतान, मास्टर सर्वशक्तिमान.. मास्टर ऑलमाइटी.... अनुभव करेंगे- यह ऑरा बड़ा होते-होते, सारे विश्व में फैल चुका है... मुझ आत्मा से शक्तियों की किरणें सारे संसार में फैल रही हैं.. संसार की सर्व आत्माओं को यह शक्तियों का दान मिल रहा है... जैसे कि मैं बस निमित्त हूं, परमात्मा शिव बाबा हमसे यह शक्तियों की किरणें सारे संसार में फैला रहें हैं... संसार की सर्व आत्माओं को यह शक्तियों की किरणें मिल रहीं हैं... इन किरणों से उनके सर्व विघ्न, दुख, दर्द, बीमारियां नष्ट हो रहीं हैं... यह संपूर्ण शक्तियों का प्रवाह संपूर्ण विश्व में, पांचों ही तत्व में फैल रहा है... जैसे कि मैं एक लाइट हाउस हूं.. परमात्मा का भेजा हुआ एक एंजल हूं, फरिश्ता हूं.. मुझसे शक्तियों की किरणें सारे संसार में निरंतर प्रवाहित हो रही है... प्रकृति के कण-कण में यह किरणें समा रही हैं... संसार की सर्व आत्माओं को यह किरणें मिल रही हैं... उनके सारे दुख, दर्द, विघ्न, बीमारियां नष्ट हो चुकी हैं... और वह हमें दिल से दुआएं दे रहे हैं..... यह अभ्यास हमें दिन में कम से कम 3 बार करना है, जिससे हमारा योग बल बढ़ेगा, परमात्मा से दुआएं प्राप्त होंगी, और शक्तियों का दान देने से, संसार की सर्व आत्माओं की दुआएं भी प्राप्त होंगी।

ओम शांति।