रोज सुबह 5 मिनट यह संकल्प करें ओर जो चाहे वो पाएं। Heal Your Mind Body Soul, What we Think We Create.


ओम शांति।

जो संकल्प हम बार बार करते हैं, मानो हम उनका निर्माण करते हैं। What we think we create. हमारे संकल्पों में एक रचनात्मक शक्ति है। जो संकल्प हम बार बार करते हैं, हम उनका निर्माण करते हैं। जितना हम पॉज़िटिव सोचेंगे, उतना ही पॉज़िटिव परिस्थितियों का निर्माण करेंगे। सुबह पहले 5 मिनट और रात को सोने से पहले 5 मिनट हमारा अवचेतन मन एक्टिव होता है। सुबह पहले 5 मिनट हम जो संकल्प करेंगे, उन संकल्पों का प्रभाव दिन भर रहेगा। वह पॉज़िटिव स्थिति हमारी दिन भर काम करेगी। तो आज हम ऐसे 5 संकल्पों का प्रयोग करेंगे। सुबह पहले 5 मिनट यह संकल्प करने से हमारी स्थिति शक्तिशाली बनेगी, हमारा मन पॉजिटिव रहेगा, जीवन निर्विघ्नं बनेगा, हम हर कार्य में सफलता मूरत रहेंगे, हमारे सारे संबंध भी अच्छे बनेंगे। 21 दिन यह प्रयोग करने से हमें बहुत ही सुंदर परिणाम मिलते हैं। तो सुबह उठते ही, पहले हम सामने परमात्मा को गुड मॉर्निंग कहेंगे, उनका शुक्रिया करेंगे और उनको सामने देखते हुए पहला संकल्प करेंगे- मैं फरिश्ता हूं। यह संकल्प करते हुए हमें फील करना है, कि हम परमात्मा का भेजा हुआ एक फरिश्ता है। मुझे सिर्फ देना है। इस संकल्प से हम दिन भर लाइट रहेंगे और लाइट रहने से स्वतः ही हमें परमात्मा की माइट मिलेगी और हमारा हर कार्य राइट होगा। इसी से जुड़ा हुआ हम दूसरा संकल्प करेंगे- मुझे किसी से कुछ नहीं चाहिए। इस संकल्प को करते हुए भी हमें फील करना है, कि हम परमात्मा का फरिश्ता है, हमें सिर्फ देना है.. मुझे किसी से कुछ नहीं चाहिए। जितना हम इस संकल्प को रिवाइज करेंगे, दोहराएंगे, उतना हमारी स्थिति कामनाओं से परे, इच्छाओं से परे बनती जाएगी। और स्वतः ही, और यह एक लॉ ऑफ नेचर है कि जब हम कामनाओं से परे हो जाते हैं, हमें जीवन में जो चाहिए वह स्वतः ही मिलता रहेगा। और कामनाओं से मुक्त रहने से हम शांत और संतुष्ट रहेंगे। जो भी हमारे संबंध संपर्क में आते हैं, वह भी हमसे संतुष्ट होंगे। और उनका सहयोग हमें स्वतः प्राप्त होता रहेगा। और इसी से जुड़ा हुआ हम तीसरा संकल्प करेंगे- मेरा यह शरीर संपूर्ण स्वस्थ है। इस संकल्प को करते समय हमें कल्पना भी करना है कि हमारा शरीर संपूर्ण स्वस्थ है, निरोगी है, मैं बहुत फिट हूं, हेल्थी हूं। इसी से जुड़ा हुआ हम चौथा संकल्प करेंगे- हमारा यह घर परमात्मा का घर है। इस संकल्प को करने से नेचुरली जब यह घर परमात्मा का घर बनेगा, तो यहां के भंडारे और भंडारी स्वतः ही भरपूर बनेंगे। हमें कभी कोई कमी नहीं होगी। और इसी संकल्प से जुड़ा हम पांचवा संकल्प करेंगे- इस घर में रहने वाले सभी सदस्य, परिवार सुखी है, एकमत है। तो यह पांच संकल्प एक साथ हमें सुबह अभ्यास करने हैं। तो इनका अभ्यास 5 मिनट कैसे करना है, चलें शुरू करते हैं।

आंखों के सामने देखेंगे- परमात्मा शिव बाबा.. पॉइंट ऑफ लाइट... हम उनको दिल से, मुस्कुरा के गुड मॉर्निंग कहेंगे.. शुक्रिया करेंगे... अपने आत्मा पर एकाग्र कर, हम पहला संकल्प करेंगे- मैं फरिश्ता हूं... मैं फरिश्ता हूं... मैं इस संसार में परमात्मा का भेजा हुआ एक फरिश्ता हूं.. मुझे सब को देना है... मुझ फरिश्ता से सभी को सुख शांति का अनुभव निरंतर होता रहेगा... मैं परमात्मा का एक फरिश्ता हूं, एंजेल हूं.. दूसरा संकल्प हम करेंगे- मुझे किसी से कुछ नहीं चाहिए.. मुझे सिर्फ देना है... मुझे किसी से कुछ नहीं चाहिए.. मैं संतुष्ट हूं.. परमात्मा ने मुझे भरपूर किया है... मुझे सिर्फ देना है.... तीसरा संकल्प हम करेंगे- मेरा शरीर संपूर्ण स्वस्थ है.. मेरा शरीर संपूर्ण स्वस्थ है... मैं संपूर्ण निरोगी हूं.. हेल्थी हूं.. फिट हूं.. कल्पना करेंगे अपने संपूर्ण हेल्दी शरीर का, स्वस्थ शरीर का... यह परमात्मा की दी हुई गिफ्ट है... मैं संपूर्ण स्वस्थ हूं.. निरोगी हूं.. हेल्थी हूं.. फिट हूं... इसी से जुड़ा हुआ हम चौथा संकल्प करेंगे- हमारा यह घर परमात्मा का घर है... हमारा यह घर परमात्मा का घर है... और परमात्मा का घर बनने से, यहां के भंडारे और भंडारी सदा भरपूर हैं... यहां कोई भी कमी नहीं है... सुख समृद्धि से यह घर भरपूर है.. हमारा यह घर परमात्मा का घर है.. हमारा यह घर परमात्मा का घर है.. इसी से जुड़ा पांचवा संकल्प हम करेंगे- इस घर में सभी आत्माएं सुखी हैं.. सभी युनाइटेड हैं, एकजुट हैं.. इस घर में सभी आत्माएं सुखी हैं.. यह परिवार सुखी है... सभी एकजुट हैं.. सबकी एक मत है.. सभी सुख समृद्धि से भरपूर हैं... मेरे सर्व संबंध अच्छे हैं.. हम सब एकजुट हैं.. संसार की सर्व आत्माएं, सब अच्छे हैं... सभी परमात्मा की संतान हैं... सभी बहुत अच्छे हैं... मेरा सभी के साथ संबंध बहुत अच्छा है... ओम शांति।

इसी प्रकार इन संकल्पों को हमें रात को सोते समय भी करना है। रात को सोते समय यह संकल्प करने से, रात भर हमारे अवचेतन मन में यह संकल्प कार्य करते रहेंगे और इन संकल्पों का निर्माण होता रहेगा... दिन भर में भी बीच बीच में 5 सेकेंड 10 सेकेंड या 1 मिनट हम इन संकल्पों को दोहराएंगे..

ओम शांति।