भगवान को राज़ी करने की विधि।


ओम शांति।

सच्चे दिल पर साहेब राज़ी! सच्ची दिल वाले एक सेकंड में बिंदु बन बिंदु स्वरूप बाप को याद कर सकते हैं। तो जितना हम दिल से सच्चे बनते जाएंगे, उतना ही हमें परमात्मा की ब्लेसिंग मिलती जायेगी। उतना हमारा योग पॉवरफुल बनता जाएगा। हमारा हर कर्म, बोल व संकल्प यथार्थ बनता जाएगा। स्वतः ही हम राजयुक्त और युक्तियुक्त बन जाएंगे। जितना हम सच्चे दिल से बाप को याद करेंगे, उतना हम स्वतः ही ज्ञान, गुण, शक्तियों के खज़ाने से भरपूर बनते जाएंगे। हम तन, मन और धन से भी भरपूर होते जाएंगे। बाबा कहते हैं- सच्चे और साफ दिल वालों की हर मनोकामना हर मुराद अर्थात कामनाएं पूरी होती है। तो आज हम सच्चे दिल से मन की स्वच्छता और दिल की स्वच्छता से बाबा को याद करेंगे। तो चलें शुरू करते हैं।

अनुभव करेंगे मैं आत्मा ज्योति स्वरूप... मस्तक के बीच एक चमकता सितारा... मैं एक परम पवित्र आत्मा हूँ... मैं आत्मा पूरी तरह से स्वच्छ और साफ हूँ... अनुभव करेंगे कि मैं आत्मा पूरी तरह से स्वच्छ चमकता सितारा हूँ... कोई भी दाग नहीं... एक चमकता हीरा... सम्पूर्ण पवित्र हूँ....

अभी मैं आत्मा यह स्थूल शरीर छोड़ चली ऊपर की ओर... आकाश, चांद तारों के पार कर पहुंच गयी अपने असली घर परमधाम में... फील करेंगे मैं आत्मा पहुंच गई शिवबाबा के एकदम पास.... परमात्मा शिवबाबा ज्योति स्वरूप... फील करेंगे उनके साथ का अनुभव.... मैं आत्मा परमात्मा शिवबाबा की संतान हूँ... अभी उनसे बात करेंगे.... बाबा हमारा हर संकल्प, समय, सम्पत्ति, संबंध, कर्म और शरीर आपको अर्पण है... हम जो हैं, जैसे हैं, आपको समर्पण हैं.... मेरा कुछ नहीं... सब कुछ आपका है... कोई संकल्प नहीं, पूरी तरह से मन बुद्धि को समर्पण कर दें... हम पूरी तरह से एकाग्र हैं परमधाम में... शिवबाबा से हम कंबाइंड हैं... और फील करेंगे शिवबाबा से ज्ञान, गुणों और शक्तियों की किरणें मुझ आत्मा में समाती जा रही हैं.... इसी स्थिति में एकाग्र रहेंगे- ज्ञान गुणों और दिव्य शक्तियों से भरपूर यह किरणें.... हमारा कोई संकल्प नहीं... बस बाप को हम सच्चे दिल से समर्पण हैं, उनसे कंबाइंड हैं.... इसी स्थिति में एकाग्र रहेंगे......

अनुभव करेंगे कि मैं आत्मा बाप समान सर्व गुण व शक्तियों से सम्पन्न हूँ... पूरी तरह से स्वच्छ, पवित्र हूँ... जितना हम सच्चे दिल से बाप को याद करेंगे, उतना ही हम सर्वगुण और शक्ति सम्पन्न स्वतः ही बनते जाएंगे। हमें हर कार्य में सफलता मिलेगी। हर परिस्थिति में सही निर्णय ले पाएंगे। हमारी सर्व मनोकामनाएं स्वतः ही पूर्ण होते जाएंगे। निरंतर परमात्म दुआओं का अनुभव करेंगे।

ओम शांति।