Daily 5 Minutes Powerful Morning Affirmations from Murli


ओम शांति।

जहां परमात्मा साथ है, वहाँ कितने भी चाहे तूफान हो वह तोहफा बन जाएंगे। - 15/02/83

परमात्मा कहते हैं- बच्चे मुझे याद करो, इस अभ्यास से तुम सदा सुखी रहोगे। जहां भी मुश्किल आवे न, बस दिल से कहना- बाबा, मेरा बाबा, मेरे साथी, आ जाओ, मदद करो, तो बाबा भी बंधा हुआ है। सिर्फ दिल से कहना! - 31/12/08

परमात्मा के ऊपर जिम्मेदारी दे दी तो बेफिक्र हो गए। अपने ऊपर जिम्मेदारी समझने से फिकर होती है। - 10/03/86

मैं श्रेष्ठ आत्मा हूँ, सर्वशक्तिमान परमात्मा पिता की संतान हूँ- यह रियलाइजेशन निर्बल से शक्ति स्वरूप बना देगी। - 15/02/83

जो बच्चे मास्टर सर्वशक्तिमान के नशे में रहते हैं, विघ्न या समस्या उनके पास आ नहीं सकती।

जो आत्मा मास्टर सर्वशक्तिमान के नशे में रहती हैं, सफलता उनके आगे पीछे घूमती है।

समस्या और कुछ नही कमज़ोर मन की रचना है।

कर्म करने से पहले यह सोचो कि परमात्मा मेरे साथ हैं, जो होगा अच्छा होगा।

कर्म करने के पहले यह निश्चय करो कि विजय तो हमारी हुई पड़ी है। -24/05/71

कभी कोई बात आये तो यह सोचो भगवान हमारे साथ है। ऑलमाइटी ऑथोरिटी मेरे साथ है। - 18/01/78

तुम सदैव कहो मेरे साथ सबकुछ बहुत अच्छा होगा। यदि बुरा होने वाला भी होगा वो भी अच्छा हो जाएगा।

समस्या आ गयी, यह नहीं सोचो। पेपर आया, पास हुए, मौज मनाओ। -01/03/99

बोलने वालों का काम है बोलना। तुम्हारा काम है अचल अडोल रहना।

जहां परमात्मा बाप साथ है, वहाँ कोई भी कुछ नहीं कर सकता।

अनुभव करो कि सर्वशक्तिमान परमात्मा मेरे साथ है। बस यह एक बात भी अनुभव किया तो‌ सब में पास हो जाएंगे। - 04/12/95

जहां मेरापन होगा वहां भय जरूर होगा। मेरा बाबा- सिर्फ एक ही है जो निर्भय बनाता है। - 15/01/86

चित्त को शांत कर दो तो समस्याएं भी शांत हो जाएंगी।

अगर कोई बड़े के हाथ में हाथ है, तो छोटे की स्थिति बेफिक्र और निश्चिंत रहती है। तो सभी बोझ परमात्मा बाप के ऊपर रख अपने को हल्का कर देना चाहिए। - 04/07/73

जब मेरापन होता है तो फिकर होती है। जब परमात्मा बाप के हवाले कर दिया तो बाप जाने, बाप का काम जाने। - 21/11/84

तन और मन दोनों को सदा खुश रखने के लिए सोचो कम। - 09/01/83

जब भी मन बुद्धि भटकती है तो यह गाना गाओ - पाना था सो पा लिया! परमात्मा बाप मिला, सबकुछ मिला। - 13/10/92

मेरा कहना और मुंझना, तेरा कहना और मौज में रहना। - 12/12/84

कुछ भी मेरा है तो बोझ है। इसलिए तेरा तेरा कहते फरिश्ता बनो। - 10/01/94

कोई भी इच्छा अच्छा बनने नहीं देगी। इसलिए इच्छा मात्रम् अविद्या बनो।

यदि तुम संसार को सकाश देने की सेवा में लग जाओ, तो तुम्हारे जीवन में समस्याएं माया रहेंगी ही नहीं।

ओम शांति।