10 मिनट - परमधाम मेडिटेशन कमेंटरी।


ओम शांति।

एकाग्र करेंगे मस्तक के बीच मैं एक ज्योति स्वरूप... चमकता सितारा... मैं आत्मा अपने फोरहैड के बीच में एक प्वाइंट ऑफ लाइट... मैं एक शांत स्वरूप आत्मा हूँ... फील करेंगे मैं आत्मा अपने इस शरीर से पूरी तरह अलग हूँ... अभी देखें मैं आत्मा एक सेकंड में पहुंच गई अपनी असली घर में, परमधाम में... परमधाम... शांतिधाम... चारों तरफ सुनहरा लाल प्रकाश.... धीरे धीरे मैं आत्मा पहुंच गयी परमात्मा शिवबाबा के पास... परमात्मा शिवबाबा ज्योति स्वरूप... फील करेंगे उनके साथ का अनुभव... देखें परमात्मा शिवबाबा से दिव्य प्रकाश की किरणें निकल मुझमें समाती जा रही हैं.... यह प्रकाश एक फाउंटेन की तरह परमात्मा शिवबाबा से फलो होकर मुझ आत्मा में समाती जा रहा है.... परमात्म किरणों को अपने अन्दर समाते जाएं... फील करेंगे उनकी शक्तियों को... इन किरणों से मेरे जन्म जन्मांतर के विकर्म नष्ट हो रहे हैं.... जाने अनजाने हमसे जो भी पाप हुए, इन किरणों से वे समाप्त हो रहे हैं... मैं आत्मा अपने निरकारी स्वरूप में हूँ... इन शिवबाबा की किरणों से मैं परमानंद का अनुभव कर रही हूँ... अभी फील करेंगे इन किरणों से मैं आत्मा पूरी तरह से स्वच्छ और पवित्र बन चुकी हूँ... जैसे कि एक बेदाग हीरा चमक रहा है... परमात्म किरणों से भरपूर बन मैं आत्मा सम्पूर्ण पवित्र और सम्पूर्ण शक्तिशाली बन चुकी हूँ...

अभी फील करें परमात्म किरणें मुझ आत्मा में समाकर नीचे पूरे संसार को मिल रही हैं.... जैसे फाउंटेन की तरह परमधाम से यह किरणें नीचे सारे विश्व को मिल रही हैं... पांचों ही तत्व - अग्नि ,वायु ,आकाश, जल, पृथ्वी, यह पांचों की तत्व इन परमात्म किरणों से पवित्र बन रहे हैं... संसार की सारी आत्माएं इन परमात्म किरणों को महसूस कर रही हैं.. इन किरणों से सभी आत्माओं के दुख दर्द समाप्त हो रहे हैं और यह आत्माएं पूरी तरह से तृप्त हो रही हैं....

धीरे धीरे अनुभव करेंगे कि 5 तत्वों और सारी आत्माएं पवित्र बन चुकी है... इन परमात्म किरणों से सभी आत्माएं सुख और शांति का अनुभव कर रही हैं.... और ये दिल से हमें दुआएं दे रहे हैं.....

ओम शांति।