Yah Meditation Aapko Har Bimari Se Mukt Karega


ओम शांति।

आज हम एक विशेष अभ्यास करेंगे। यह मेडिटेशन है प्यार और खुशी का। जब हमारे जीवन में प्यार और खुशी की कमी होती है तब हम उदास या निराश रहने लगते हैं। स्वतः ही शरीर की बिमारियां बढ़ती जाती हैं। और जब हमें कोई दिल से प्यार करता है, तो हमारा जीवन आनंद और खुशियों से भर जाता है। हम बहुत खुश और आनंद से भर जाते हैं। हमारे शरीर की बिमारियां स्वतः ही शांत हो जाती हैं। तो आज हम परमात्मा से विशेष एक प्यार भरा संबंध जोड़ेंगे। हम जो भी रिलेशन जीवन में चाहते हैं, वह संबंध हम उनसे जोड़ेंगे। वह संबंध हो सकता है एक साजन का, या दोस्त का, या मां, पिता, भाई का रिश्ता, उस संबंध से हम उनसे प्यार के वाइब्रेशन लेंगे, उनसे प्यार लेंगे, उन्हें प्यार करेंगे। तो इस मेडिटेशन में हम परमात्मा से कनेक्ट होकर उनके प्यार की किरणों से भरपूर हो वे किरणें हम अपने शरीर के एक एक अंग को देंगे। शरीर के एक एक अंग को यह प्यार की किरणें देने से शरीर की जो भी बिमारियां हैं, स्वत: शांत हो जाएंगी। और यह प्यार की किरणें हम अपने सभी संबंधियों को भी देंगे, जिससे हमें सभी का प्यार मिलेगा। हम स्वत: खुश रहने लगेंगे। और जितना हम खुश रहने लगेंगे, स्वत: ही हम अनुभव करेंगे कि हमारी बीमारियां धीरे धीरे शांत होती जा रही है। और हम सम्पूर्ण स्वस्थ और निरोगी बनेंगे। तो यह मेडिटेशन चलें शुरू करते हैं।

अनुभव करेंगे मस्तक के बीच मैं आत्मा एक चमकता सितारा... मैं आत्मा शांत हूं... अपने पूरे शरीर को रिलैक्स फील करेंगे... अपने शरीर को शिथिल कर दें... मैं शांत हूं... मेरा शरीर पूरी तरह से रिलैक्स्ड है, पूरी तरह से एकाग्र हो जाएंगे मैं आत्मा एक प्वाइंट ऑफ लाइट... अभी हम अपने सिर के ऊपर विजुलाइज करेंगे परमात्मा शिवबाबा को, जो हमारी तरह एक प्वाइंट ऑफ लाइट हैं... फील करेंगे वे हमारी छत्रछाया बन चुके हैं... उनके साथ का अनुभव करें... उनसे प्यार भरा कोई एक संबंध जोड़ लें - साजन, खुदा दोस्त, बाप, मां या भाई... अनुभव करेंगे परमात्मा प्वाइंट ऑफ लाइट से प्यार की किरणें निकल मुझ आत्मा में समाती जा रही हैं... फाउंटेन की तरह यह प्रकाश, यह किरणें मुझ आत्मा बिंदु में फ्लो हो रही हैं... इस प्यार को गहराई से फील करें... परमात्मा प्यार के सागर हैं... उनसे नाता जोड़ के मैं आत्मा प्यार से भरपूर हो चुकी हूं... इस परमात्म प्रेम के अनुभव में मग्न हो जाएं....... वे हमसे बहुत प्यार करते हैं.. वे हमारा ख्याल रखते हैं.. केयर करते हैं.. साथ देते हैं.. धीरे धीरे हम अनुभव करेंगे यह परमात्म प्रेम की किरणें मुझ आत्मा में समा कर, हमारे पूरे शरीर को मिल रही हैं.. एक एक अंग को हम विजुलाइज करेंगे.. यह प्यार की किरणें ऊपर मस्तिष्क में फैल रही हैं.. हमारा मस्तिष्क इन किरणों से चार्ज हो चुका है.. हम बहुत बुद्धिवान हैं... परमात्म किरणों से यह ब्रेन चार्ज हो चुका है... धीरे धीरे अनुभव करेंगे यह परमात्म प्रेम का प्रकाश नीचे आंखों में आ रहा है... शुक्रिया करेंगे हम इन आंखों का जो हमें इस सुंदर दुनिया को देखने में सहयोग देती है.. धीर धीरे यह प्यार की किरणें नाक, पूरे चेहरे, गर्दन.. अनुभव करेंगे यह किरणें हमारे पूरे मेरुदंड यानी स्पाइन में फैल चुकी है.. धीर धीरे यह किरणें दोनों ही कंधों में और दोनो हाथों में, हाथों की उंगलियों तक फैल चुकी हैं.. अपने एक एक अंग को प्यार की किरणें दें.. उन्हें शुक्रिया करें... धीरे धीरे अनुभव करेंगे यह किरणें हमारे छाती में फैल चुकी है.. हृदय पूरी तरह से प्रकाशवान हो चुका है.. यह बिल्कुल नॉर्मल रूप से काम कर रहा है.. पूरे शरीर में रक्त का संचार हृदय से होता है। हृदय के ठीक रीति से काम करने से हमारे शरीर में रक्त संचार सही ढंग से हो रहा है... अनुभव करेंगे हमारे फफड़े बिलकुल ठीक रीति से काम कर रहे हैं.. पूरी तरह से परमात्म किरणों से जगमगा उठे हैं... हमारे फफड़ें अच्छे से काम कर रहे हैं... ऑक्सीजन लेवल हमारे शरीर को प्रॉपर मिल रहा है.. अनुभव करेंगे धीरे धीरे यह परमात्म किरणें हमारे आंतों को मिल रही हैं.. हमारे आंतें पूरी तरह से साफ हैं, बिलकुल ठीक रीति से काम कर रहे हैं... धीरे धीरे यह किरणें हमारे पेट को मिल रही हैं.. हमारी पाचन शक्ति नॉर्मल है.. हमारा पेट साफ है.. धीरे धीरे यह किरणें अनुभव करेंगे pancreas यानी अग्न्याशय और किडनी को मिल रही हैं... अनुभव करेंगे धीरे धीरे यह परमात्म प्रेम का प्रकाश नीचे hip joints, knee joints और नीचे पैरों व उनकी उंगलियों तक फैल चुका है... मानों हमारा पूरा शरीर इन परमात्म प्रेम की किरणों से जगमगा उठा है... परमात्मा हमें प्यार कर रहे हैं.. हमारे शरीर को healing energy दे रहे हैं.. अनुभव करेंगे हमारे शरीर का रक्त संचार नॉर्मल है.. ऑक्सीजन लेवल नॉर्मल है.. हमारे शरीर का एक एक अंग, एक एक मासपेशियां, हड्डियां शक्तिशाली बन चुकी हैं....

अभी हम अपना फोकस उस अंग पे करेंगे, जिसमें हम ज्यादा कठिनाई या दर्द अनुभव करते हैं। फोकस करेंगे इस अंग पे और अनुभव करेंगे यह अंग पूरी तरह से परमात्म किरणों से जगमगा उठा है... और पूरी तरह से ठीक रीति से काम कर रहा है... धीरे धीरे अनुभव करेंगे यह परमात्म प्यार की किरणें हमारे सभी संबंधियों को, हमारे घर में हमारे पूरे परिवार को मिल रही हैं... हमारे मन में किसी के प्रति नेगेटिव भाव नहीं है.. हम सबको प्यार करते हैं.. सभी हमें प्यार करते हैं.. हम सबको दुआएं दे रहे हैं.. सभी हमें दुआएं दे रहे हैं.. मेरा सभी के साथ संबंध अच्छे हैं.. अनुभव करेंगे हमारे घर में, हमारे परिवार में सभी इन प्यार की किरणों से भरपूर हो चुके हैं.. सभी संबंध अच्छे और स्वस्थ हैं.. हम सभी एकजुट हैं.. अभी अनुभव करेंगे यह परमात्म प्रेम का प्रकाश पूरे विश्व में फैल चुका है.. पूरी विश्व की आत्माएं इन प्यार की किरणों से भरपूर हो चुकी हैं.. हम सबको प्यार दे रहे हैं.. सबको दुआएं दे रहे हैं.. यह प्रकृति का नियम है कि जो हम देते हैं, बदले में हमें वही मिलता है.. तो हम सबको परमात्म प्यार के वाइब्रेशन दे रहे हैं.. हमारे मन में सबके लिए शुभ भावना, शुभ कामना है....

अभी संकल्प करेंगे - मैं शक्तिशाली हूं.. मैं निर्भय हूं.. मैं सुरक्षित हूं.. मैं सम्पूर्ण स्वस्थ हूं.. मेरा जीवन प्यार और खुशियों से भरा है.. मेरे सभी संबंध बहुत प्यारे हैं.. हम विश्व की सभी आत्माओं को दुआएं देते हैं.. और सभी से दुआएं लेते हैं.. मैं सम्पूर्ण स्वस्थ हूं.. मैं सम्पूर्ण स्वस्थ हूं.. मैं सम्पूर्ण स्वस्थ हूं.. मैं सम्पूर्ण स्वस्थ हूं.. मैं सम्पूर्ण स्वस्थ हूं.. मैं सम्पूर्ण स्वस्थ हूं...

ओम शांति।