Jab Bhi Dil Dukhi Ho, Akele Padd Jao 5 Min Yah Meditation Karein


ओम शांति ।

एकाग्र करेंगे, मैं आत्मा ज्योति स्वरूप..... एक चमकता सितारा.... अनुभव करेंगे, मैं आत्मा स्थित हूं अपने लाइट के शरीर में, अपने फरिश्ता स्वरूप में ... मैं बहुत ही लाइट और हल्का महसूस कर रही हूं.....

जब भी कर्मों में बोझ अनुभव हो, हम उलझ जायें, हम निर्णय नहीं ले पा रहे हैं, तब संकल्प करें- मेरा कुछ नहीं, सब परमात्मा बाप का है! मेरा कुछ नहीं, सब परमात्मा बाप का है.... मेरा कुछ नहीं, सब परमात्मा बाप का है..... यह कर्म, यह घर, या कोई भी ऑफिस का कार्य हो, सभी सम्पत्ति, संबंध, मेरा शरीर सब परमात्मा को अर्पण है! मेरा कुछ नहीं, सब परमात्मा बाप को अर्पण है!

गहराई से संकल्प करेंगे- सब कुछ तेरा... सब कुछ तेरा... सब कुछ तेरा... हम बहुत ही लाईट अनुभव कर रहे हैं! मुक्त अवस्था है ये... सब कुछ तेरा... सब कुछ तेरा... सब कुछ तेरा..... हर कर्म बाप को अर्पण करने से हर कर्म सहज हो जायेगा और हर कर्म में हम सफलता प्राप्त करेंगे....

ओम शांति।