15 परमात्म सुरक्षा कवच - योग कमेंट्री


ओम शांति ।

विज्वलाइज़ करेंगे, अपने मस्तक के बीच में... मैं आत्मा एक चमकता सितारा... मैं आत्मा शांत हूं... इस शरीर को चलाने वाली, मैं एक शक्ति हूं... मैं आत्मा पूरी तरह से शांत हूं... मुझ आत्मा से शांति के प्रकंपन हमारे पूरे शरीर को मिल रहे हैं... और मेरा शरीर पूरी तरह से शांत और रिलैक्स है... मैं शक्तिशाली हूं... मैं निर्भय हूं... मैं सुरक्षित हूं... मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं... आंखों के सामने हम देखेंगे, परमपिता परमात्मा शिवबाबा... परमात्म साथ का अनुभव करें... अनुभव करेंगे, परमात्म शक्तियों को... परमात्मा पॉइंट ऑफ लाइट से शक्तियों की किरणें निकल मुझ आत्म में समाती जा रही हैं... अनुभव करेंगे, परमात्मा शक्तियों को, उनके साथ को... मैं शाक्तिशाली हूं... मास्टर सर्वशक्तिमान हूं... अनुभव करें, यह परमात्म किरणें हमारे चारों ओर एक सुरक्षा कवच बना चुकी हैं... इस सुरक्षा कवच में मैं सुरक्षित हूं, स्वस्थ हूं! मैं तन, मन और धन से भरपूर हूं.... मेरा शरीर संपूर्ण स्वस्थ है...

अनुभव करेंगे, यह परमात्म किरणें सुख, शांति, प्रेम, और शक्तियों से भरपूर, पूरे विश्व में फैल रही हैं.... संसार की सभी आत्माओं को यह सुख-शांति और शक्तियों की किरणें मिल रही हैं... इस प्रकाश से वह भरपूर हो रहे हैं... उनके मन की अशांति, दुख, उलझन, समाप्त हो चुकी हैं... उनका मन शांत हो चुका है... अनुभव करेंगे, यह प्रकाश उनके शरीर को शांत और शीतल कर रहा है... परमात्म किरणों से सभी बीमारियां शांत हो चुकी हैं... प्रकृति के पांच तत्व शांत और शीतल बन चुके हैं... ये विश्व की सभी आत्माओं को जो भी आवश्यक पदार्थ व साधन हैं, उन्हें प्रदान कर रही हैं... विश्व की सभी आत्माएं तन, मन और धन से भरपूर हो चुकी हैं... कोई विघ्न नहीं, मन की कोई उलझन नहीं, उनके तन के सभी रोग शांत हो चुके हैं! वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं... मैं परमात्मा की संतान, मास्टर सर्वशक्तिमान, एक एंजेल हूं... परमात्मा शिवबाबा मुझसे सभी को निरंतर सुख-शांति और शक्तियों का प्रकाश दे रहे हैं... विश्व की सभी आत्माएं सुरक्षित हैं.. शांत हैं.. शक्तिशाली हैं.. संपूर्ण स्वस्थ हैं!!

ओम शांति।